Atmadharma magazine - Ank 382
(Year 32 - Vir Nirvana Samvat 2501, A.D. 1975)
(Devanagari transliteration).

< Previous Page   Next Page >


PDF/HTML Page 7 of 55

background image
समर्पित ‘६२’ आंकना एकमथी रूा. ४०, ००० उपरांतनी रकमो
ज्ञानप्रचार खाते जाहेर थई हती.
* पू. बहेनश्रीनी ६२ मी जन्मजयंतीना आ शुभ अवसरे संस्थाने
समर्पित करवामां आवेली कलाकृतिओ–श्री सुरेशभाई संघवी तरफथी
पूज्य गुरुदेवनां भवोनां यंत्रमढेलां फरतां मनोहर रंगीन चित्रो, श्री
चंपकभाई डगली तरफथी दर्पण–काचमां कोतरेलुं, सीमंधरनाथनी
सभामां कुंदकुंदाचार्यना आगमन समये विदेहना राजकुमार वगेरेनी
उपस्थिति दर्शावतुं कलामय सुंदर चित्र अने श्री नानालालभाई
जसाणीना परिवार तरफथी पूज्य बहेनश्रीनी मुद्रावाळा चांदीना सिक्का,
वगेरे दर्शनीय वस्तुओ महोत्सवनी शोभामां अभिवृद्धि करती हती.
* आजना मंगल दिवसे बहेनश्रीबेनना घरे कृपाळु गुरुदेवनी
मंगल पधरामणी तथा आहारदानना आनंदकारी प्रसंग पछी आश्रमना
स्वाध्यायभवनमां पू. बहेनश्रीनां पुनित दर्शनथी पावन थवा तथा
जन्मोत्सव–अभिवादन करवा समग्र मुमुक्षुसमाज उपस्थित थयो हतो.
ते प्रसंगे मुमुक्षुभाईओ तरफथी बे शब्दो कहेवा माटे विनंति करवामां
आवतां बहेनश्रीए पू. गुरुदेवनो खूब महिमा तथा उपकार प्रस्तुत
करीने गुरुदेवे बोधेला स्व–परभेदविज्ञानने तथा परथी जुदा
निजशुद्धात्माने साधवानी मुमुक्षुजीवनी अंदरनी धगश वगेरे आत्मार्थने
स्पर्शती गंभीर वातो मीठी अने सुंदर शैलीथी अति संक्षेपमां प्रकाशी
हती. अभिवंदनानो आ शुभ प्रसंग पण भक्तिगीतो तथा जयनादोथी
चित्तने प्रसन्न करतो हतो. अनन्यशरण धर्ममाता प्रत्ये सर्वस्वार्पणभावे
श्रद्धा–भक्ति द्वारा अभिव्यक्त थतो ब्रह्मचारी बहेनोनो उमंग उत्सवने
दीपावतो हतो.
* आ आनंदोत्सवनी खुशालीमां आजे सूरतनिवासी श्री व्रजलाल
भाईलाल डेलीवाळा तरफथी ‘साधर्मीवात्सल्य’ हतुं. श्री हसमुखलाल
कांतिलाल गांधी–बोटादवाळा तरफथी श्रीफळनी प्रभावना थई हती.
* रात्रे मुमुक्षु महिलासमाजमां पूज्य बहेनश्रीनुं
अध्यात्मतत्त्वस्पर्शी प्रशमरसझरतुं वांचन थयुं हतुं; त्यारबाद पूज्य
बहेन शांताबेनना अध्यात्म वांचन पछी ब्रह्मचारी बहेनो वगेरे द्वारा
भक्तिनां गीतो तथा रासगरबा ईत्यादि प्रस्तुत करवामां आव्यां हतां.
आ रीते भक्तजनोए आजनो आ मंगलमय उत्सव सुवर्णपुरीमां
अत्यानंदोल्लासपूर्वक ऊजव्यो हतो.