....मंगलकारी०
श्रावण दूज सुमंगल उत्तम
मंगल जन्ममहोत्सवका यह अवसर अनुपम मंगल है,
....मंगलकारी०
मंगल शिशुलीला अति उज्ज्वल, मीठे बोल सुमंगल हैं,
शिशुवयका वैराग्य सुमंगल, आतम--मंथन मंगल है;
आतमलक्ष लगाकर पाया अनुभव श्रेष्ठ सुमंगल है,
....मंगलकारी०
सागर सम गंभीर मति--श्रुत ज्ञान सुनिर्मल मंगल है,
समवसरणमें कुंदप्रभुका दर्शन मनहर मंगल है,
सीमंधर--गणधर--जिनधुनिका स्मरण मधुरतम मंगल है,
....मंगलकारी०
शशि--शीतल मुद्रा अति मंगल, निर्मल नैन सुमंगल है,
आसन--गमनादिक कुछ भी हो, शांत सुधीर सुमंगल है,
प्रवचन मंगल, भक्ति सुमंगल, ध्यानदशा अति मंगल है,
....मंगलकारी०
दिनदिन वृद्धिमती निज परिणति वचनातीत सुमंगल है,
मंगलमूरति--मंगलपदमें मंगल--अर्थ सुवंदन है;
आशिष मंगल याचत बालक, मंगल अनुग्रहदृष्टि रहे,
तव गुणको आदर्श बनाकर हम सब मंगलमाल लहें ।
....मंगलकारी०