मुद्रक :
कहान मुद्रणालय
जैन विद्यार्थी गृह, सोनगढ-३६४ २५०
यह शास्त्रका लागत मूल्य रु. ३१=०० है। अनेक मुमुक्षुओंकी
आर्थिक सहायतासे इस आवृत्तिकी किंमत रु. २०=०० होती है।
उनमें स्व. श्री शांतिलाल रतिलाल शाहकी ओरसे ५० % आर्थिक
सहयोग विशेष प्राप्त होने पर यह शास्त्रका विक्रय-मूल्य
रु. १०=०० रखा गया है।
मूल्य : १०=००
हिन्दी
प्रथम आवृत्तिसे पंचम आवृत्ति कुल प्रत : ३१,०००
छठवीं आवृत्ति प्रत : २०००
वीर सं. २५२९वि. सं. २०५९ई.स. २००३
गुजराती
एकसे आठ आवृत्तियाँ कुल प्रत : ४९,१००
मराठी
प्रथम आवृत्ति : १०,०००
कन्नड
प्रथम आवृत्ति : १,०००