ट्रेक-
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उसमेंसे वृक्ष होता है। जिस जातका बीज, वैसा वृक्ष होता है। आमके बीजमें-से आमका वृक्ष होता है। अँकुडेके बीजमेंसे अँकुडा ही होता है। वैसे आत्माका स्वभाव ऐसा है, उस स्वभावमें ज्ञान-वैराग्यका सींचन करनेसे, उसमें एकाग्रता करनेसे उसमेंसे जो गुण हैं, वह प्रगट होते हैं। आत्माका स्वरूप उसमेंसे परिणमित होता है-उसमेंसे प्रगट होता है।
प्रशममूर्ति भगवती मातनो जय हो!