Gurustutiaadisangrah-Gujarati (Devanagari transliteration). 2. GURU JANMAVADHAMANA (VAISHAKHA SUD BEEJANE VAR).

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[ २ ]
(वसंततिलका)
नित्ये सुधाझरण चंद्र! तने नमुं हुं,
करुणा अकारण समुद्र! तने नमुं हुं;
हे ज्ञानपोषक सुमेघ! तने नमुं हुं,
आ दासना जीवनशिल्पी! तने नमुं हुं.
(स्रग्धरा)
ऊंडी ऊंडी, ऊंडेथी सुखनिधि सतना वायु नित्ये वहंती,
वाणी चिन्मूर्ति! तारी उर
- अनुभवना सूक्ष्म भावे भरेली;
भावो ऊंडा विचारी, अभिनव महिमा चित्तमां लावी लावी,
खोयेलुं रत्न पामुं,
मनरथ मननो; पूरजो शक्तिशाळी!
२. गुरु-जन्मवधाामणां
वैशाख सुद बीजने वार,
उजमबा घेर कहान पधार्या;
(आज गुरुजन्मवधामणां);
गर्जया दुंदुभिना नाद,
उमराळा गामे कहान पधार्या. १.
न माय आनंद कुटुंबीजन हैये,
भाग्यवान मोतीचंदभाई....उजमबा०;
कहानकुंवरनो जन्म ज थातां,
गंधोदक वृष्टि थाय....उजमबा० २.
कहानकुंवरनो जन्म ज थातां,
मनवांछित कुदरत थाय....उजमबा०;