[ ६ ]
बाळकुंवर कहान ए लाडिला रे,
मात पूरे कुंवरना कोड;....आज० ६.
प्रभु पारणेथी आत्मनाद गाजता रे,
एनी मुद्रा अहो अद्भुत;....आज० ७.
कुंवर कहाने अपूर्व सत् शोधियुं रे,
एना वैराग्य तणो नहिं पार;....आज० ८.
एणे त्याग कर्यो संसारनो रे,
प्रकाश्या मुक्ति केरा पंथ;....आज० ९.
कहानगुरुए हलाव्या हिंदने रे,
अहो! मलाव्यो ज्ञायकदेव;....आज० १०.
धर्मचक्री भरतमां ऊतर्या रे,
अहो धर्मावतारी पुरुष;....आज० ११.
ज्ञान-अवतारी अहो आविया रे,
पधार्या सीमंधरसुत;....आज० १२.
कहान गुरुजीना जन्म ए मीठडा रे,
एना मीठा वाणीना सूर;....आज० १३.
गुरुदेवना गुणने शुं कथुं रे,
प्रभु सेवक तणा शणगार;....आज० १४.
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६. गुरुराज-महिमा
श्री सद्गुरुजी महिमा अपार के,
हुं शुं कथी शकुं रे लोल. १.
तेमना गुण छे अपरंपार के,
अचिंत्य आत्म झळकी रह्यो रे लोल. २.