Niyamsar-Gujarati (Devanagari transliteration).

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( ६ )

तेमणे आ अक्षरशः अनुवाद कर्यो छे. ज्यां जरुर पडी त्यां फूटनोट द्वारा के कास द्वारा स्पष्टता करी छे. ए उपरांत मूळ गाथासूत्रोनो भावभर्यो मधुर पद्यानुवाद पण कर्यो छे. आ रीते श्री कुंदकुंदभगवाननां समयसार, प्रवचनसार अने नियमसार जेवां उत्तमोत्तम शास्त्रोना अनुवादनुं परम सौभाग्य तेमने मळ्युं छे ते माटे तेओ खरेखर अभिनंदनीय छे. आ नियमसारनो गुजराती अनुवाद सर्वांगसुंदर बन्यो छे. पूज्य गुरुदेवश्रीनी प्रेरणा झीलीने, अत्यंत परिश्रमपूर्वक आवो सुंदर अनुवाद तैयार करी आपवा बदल भाइश्री हिंमतलालभाइनो आ संस्था घणो ज आभार माने छे. आ अनुवाद अमूल्य छे केम के मात्र, पूज्य गुरुदेव अने जिनवाणीमाता प्रत्येनी परम भक्तिथी प्रेराइने पोतानी अध्यात्मरसिकता वडे तैयार करायेला आ अनुवादनां मूल्य केम आंकी शकाय?

भाइश्री हिंमतलालभाइने आ अनुवादकार्यमां प्रतसंशोधन, प्रूफरीडिंग वगेरे नानांमोटां अनेक कामोमां घणी ज किंमती सहाय ब्र० भाइश्री चंदुलाल खीमचंद झोबाळियाए आपी छे तेमनो तथा भाइश्री खीमचंद जेठालाल शेठ, अमृतलाल देवकरण वोरा वगेरे जेमणे जेमणे सहाय करी छे ते सर्वेनो जे आभार भाइश्री हिंमतलालभाइए उपोद्घातमां व्यक्त कर्यो छे तेमां आ संस्था पोतानो सूर पुरावे छे.

आ आवृत्तिनी पडतर किंमत लगभग नव रुपिया थाय छे, परन्तु आ परमागमनो लाभ विशेष प्रमाणमां मुमुक्षुओ लइ शके ते हेतुए अनेक भाइओ तरफथी प्रदत्त आर्थिक सहाय वडे तेनी किंमत घटाडीने साडा पांच रुपिया राखवामां आवी छे. जेमणे जेमणे आ आर्थिक सहाय आपी छे ते सर्वेनो अंतःकरणपूर्वक आभार मानीए छीए.

मुमुक्षु जीवो अति बहुमानपूर्वक सद्गुरुगमे आ परमागमनो अभ्यास करीने तेना ऊंडा ऊंडा गंभीर भावोने समजो अने अंतर्गुफामां बिराजमान शुद्ध कारणपरमात्मा—भगवानचैतन्यदेवने देखो. श्रावण वद २,

वकील रामजी माणेकचंद दोशी

वीर सं. २४७७ वि. सं. २००७

-प्रमुख-
श्री दि. जैन स्वाध्यायमंदिर ट्रस्ट,
सोनगढ (सौराष्ट्र)