विषयानुक्रमणिका
विषय
गाथा
विषय
गाथा
दोनों नयों द्वारा द्रव्यके लक्षणका विभाग
११
१ षड्द्रव्यपंचास्तिकायवर्णन
द्रव्य और पर्यायोंके अभेदपनेका कथन
१२
षड्द्रव्यपंचास्तिकायके सामान्य
द्रव्य और गुणोंके अभेदपनेका कथन
१३
व्याख्यानरूप पीठिका
द्रव्यके आदेशके पक्ष सप्तभंगी
१४
उत्पादमें असत्का प्रादुर्भाव और व्ययमें
शास्त्रके आदिमें भावनमस्काररूप
सत् का विनाश होनेका निषेध
१५
असाधारण मंगल
१
द्रव्यों,गुणों तथा पर्यायोंका प्रज्ञापन
१६
समय अर्थात आगमको प्रणाम करके
उसका कथन करने सम्बन्धी
भावका का नाश नहीं होता और
अभाव
का उत्पाद नहीं होता उसका
श्रीमद्कुन्दकुन्दाचार्य देवकी प्रतिज्ञा
२
उदाहरण
१७
शब्दरूपसे, ज्ञानरूपसे और अर्थरूपसे
द्रव्य कथंचित व्यय और उत्पादयुक्त
होने
ऐसे तीन प्रकारका ‘समय’ शब्दका
पर भी उसका सदैव अविनष्टपना
अर्थ तथा लोक–अलोकरूप
विभाग
३
एवं अनुत्पन्नपना
१८
पाँच अस्तिकायोंकी विशेष संज्ञा,
सामान्य
ध्रुवता के पक्षसे सत्का अविनाश और
–विशेष अस्तित्व तथा कायत्वका
कथन
४
असत्का अनुत्पाद
१९
पाँच अस्तिकायोंका अस्तित्व किस
प्रकार
सिद्धको अत्यंत असत्–उत्पादका निषेध
२०
से है और कायत्व किस प्रकारसे है
जीवको उत्पाद, व्यय, सत्–विनाश एवं
उसका कथन
५
असत्–उत्पादका कर्तापना होनेकी
पाँच अस्तिकायोंको तथा कालको
द्रव्य–
सिद्धिरूप उपसंहार
२१
पनेका का कथन
६
छह द्रव्योंमेंसे पाँचको अस्तिकायपनेका
छह द्रव्योंका परस्पर अत्यंत संकर
होनेपर
स्थापन
२२
भी वे अपने अपने निश्चित स्वरूपसे
काल अस्तिकायरूपसे अनुक्त होने पर
च्युत नहीं होते ऐसा कथन
७
भी उसका अर्थपना
२३
अस्तित्व का स्वरूप
८
निश्चयकालका स्वरूप
२४
सत्ता और द्रव्यका अर्थान्तरपना
होनेका
व्यवहारकालका कथंचित पराश्रितपना
२५
खण्डन
९
व्यवहारकालके कथंचित पराश्रितपने
तीन प्रकारसे द्रव्यका लक्षण
१०
संम्बन्धी सत्य युक्ति
२६