Samyak Darshan Part 7 8-Gujarati (Devanagari transliteration). Index.

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सम्यग्दर्शन – स्वानुभव
(विषयसूचि)
मंगलवंदना..... .................................................................. १
आत्माने साधवानो साचो उत्साह क्यारे आवे
?........................... २
सम्यक्त्वपिपासु जीवने संबोधन..... ......................................... ३
भगवान ऋषभदेवनी आत्मकथा तथा रंगीन चित्र..... .................. ४
एक सम्यग्द्रष्टि सिंहनी आत्मकथा तथा रंगीनचित्र..... ................. ७
सम्यग्द्रष्टि गजराजनी आत्मकथा ........................................... ११
बधा आत्मामां प्रभुता छे (राजकोट जेलमां प्रवचन)... .............. १६
स्वानुभवनी भावना (साधकनुं सौन्दर्य)..... .............................. १९
जिज्ञासुने आमंत्रण.....चैतन्यनगरी तरफ पांच पगलां..... ..... २१-२२
गृहस्थने आत्मदर्शन (प्रवचन : योगसार दोहा १८).................. २९
शार्दूलबच्चाने जगाडवा सिद्धपणाना सिंहनाद..... ............. ३४ – ३५
(स्वानुभव – प्रसाद : स्वभावरसघोलन.....३७ थी १००)
(अनुभवप्रकाशना आधारे सुंदर संकलन.....)
चिदानंद राजाने क्यां गोतवो? (चित्रसहित.....) ........................ ४२
चांपाभाईना द्रष्टांते जीवाभाईनी ओळखाण....(चित्रसहित). ........ ५१
वीतरागी संतो बोलावे छे.....(१० बोल)................................ ५५
हे जीव! तुं मरणियो था..... ............................................... ५७
‘हुं मरी गयो!’ (भ्रमणा.....) .............................................. ५८
मोक्षमहेलनो महाराजा (चित्रसहित)..... ................................. ६१
देव – शास्त्र – गुरुप्रत्ये भक्तिभावना..... ............................... ६५
बळवान ‘उपयोग’ आत्माने साधे छे.....राग नहि.... ................. ६८
त्रण प्रकारना ‘शुभ उपयोग’ तेमां सातिशयता..... ..................... ६८
स्वानुभव : तेनो काळ : तेनी ओळखाण..... ............................ ७३
‘तने चेतनवस्तु बतावुं छुं’..... ............................................. ७६
अरिहंतदेवना दर्शन करतां................................................... ७९
स्व – परनां विभाग वडे शुद्धात्मानी उपलब्धि..... .................... ८२
( ४ )