Shri Jinendra Stavan Manjari-Gujarati (Devanagari transliteration).

< Previous Page   Next Page >


Page 74 of 438
PDF/HTML Page 92 of 456

 

background image
तुं सुखकारे इष्ट हमारे,
जीवननैया तार हमारी० सी०
सार करो नाथ! म्हारी व्हारे,
पापतिमिरने हरजो ब्हारे;
तुं सुखकारे इष्ट हमारे,
जीवननैया तार हमारी० सी०
काष्ट-नाव सम पार उतारे,
बाळक नमे तुम वार हजारे;
तुं सुखकारे इष्ट हमारे,
जीवननैया तार हमारी० सी०
श्री सीमंधर जिनस्तवन
(आवेल आशा भर्याए देशी)
प्रभु आशा धरीने अमे आवियारे,
अमने उतारो भवोदधि पार रे,
जिनराज लगन लागी रे. (टेक)
सीमंधरजिन चंदलोरे, छे महाविदेहनो देव रे; जि०
राग-द्वेष-मल्ल जीतियारे, दीठे थाय छे परमानंद रे; जि०
प्रभुजी साथे प्रीत बांधीरे, पुण्य फळ्या अपार रे; जि०
मिथ्यामति जोर टाळियोरे, मळ्या मनचिंतित दातार रे; जि०
मनमंदिर व्हेला आवजोरे, आप साथे कीधो छे खरो स्नेह रे; जि०
नाम तमारुं नित्य सांभरेरे, वळी टळे छे नामथी संदेह रे; जि०
७४ ][ श्री जिनेन्द्र