अने टाईटल उपर दस–धर्मोसूचक सुंदर चित्र छे. दरेक आत्मार्थी जीवो आ दसलक्षणीपर्व दरमियान
‘दसलक्षणधर्म’ उपरना पू. गुरुदेवश्रीना प्रवचनोनी अवश्य स्वाध्याय करो अने ते–द्वारा उत्तमक्षमादि
दसधर्मोनुं यथार्थ स्वरूप समजीने पोताना आत्मामां तेनी आराधना प्रगट करो.