Atmadharma magazine - Ank 102
(Year 9 - Vir Nirvana Samvat 2478, A.D. 1952)
(Devanagari transliteration).

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सुवर्णपुरी समाचार
वैशाख सुद बीज
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पू. गुरुदेवश्रीनो मंगल–जन्मोत्सव
वैशाख सुद बीज ने शनिवार ता. २६–४–प२ना रोज परम पूज्य सद्गुरुदेवश्री कानजीस्वामीनो
६३ मो जन्मोत्सव छे. सोनगढमां पू. गुरुदेवश्रीनो मंगल जन्मोत्सव दर वर्षे उल्लासपूर्वक ऊजवाय छे ते रीते
आ वर्षे पण ऊजवाशे. सर्वे जिज्ञासुओ आ मंगल प्रसंगनो लाभ लई शके तेथी आ समाचार जणाववामां
आव्या छे.
श्री जैनदर्शन शिक्षणवर्ग
सोनगढमां दरवर्षनी माफक आ वर्षे पण वैशाख वद त्रीज सोमवार ता. १२–२–प२ थी जेठ सुद बारस
गुरुवार ता प–६–प२ सुधी विद्यार्थीओने जैनदर्शनना अभ्यास माटे शिक्षणवर्ग खोलवामां आवशे. विद्यार्थीओ
उपरांत बीजा जिज्ञासु जैनबंधुओ पण आ वर्गनो लाभ लई शकशे. शिक्षण वर्गमां दाखल थनारने माटे
भोजन तथा रहेवानी सगवड श्री जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट तरफथी थशे.
आ शिक्षण वर्गमां दाखल थवा ईच्छा होय तेमणे नीचेना सरनामे सुचना मोकली देवी, अने
ता. १०–प–प२ ना रोज हाजर थई जवुं.
–श्री जैन स्वाध्याय मंदिर
सोनगढः सौराष्ट्र
***
सुधारोः आत्मधर्म अंक १०० तथा १०१
अंक–पृष्ठ–कोलम–लाईनअशुद्धशुद्ध
१००–७प–२–३अल्पज्ञना ख्यालमां न आवी शके
तेवो स्थूळ
अल्पज्ञना ख्यालमां आवी शके तेवो
स्थूळ
१००–८०–१–१पअल्पज्ञ होवा छतां सर्वनो आदर करुं
छुं
अल्पज्ञन होवा छतां सर्वज्ञनो आदर
करुं छुं
१०१–९४–१–२९पाणीनो आज पतो नथीपाणीनो राग ज थतो नथी
१०१–१०२–१–१प१–उपचरित सद्भुत१–उपचरित असद्भुत
१०१–१०प–२–३८नक्की थाय छे के..... जाणवुं तेनक्की थाय छे के आत्माना शुद्ध
स्वरूपमां ते राग नथी, आत्माना
शुद्ध स्वरूपने जाणवुं ते