पार्श्वनाथ भगवान वगेरे जिनेन्द्र भगवंतोनी प्रतिष्ठानो पंचकल्याणक महोत्सव चाली रह्यो छे.
महा वद चोथना रोज पू. गुरुदेव पोरबंदर पधार्या त्यारे त्यांनी जनताए उत्साहपूर्वक स्वागत
कर्युं हतुं. प्रतिष्ठाविधि कराववा माटे इंदोरना पंडितश्री नाथुलालजी आव्या छे अने महा वद ७
ना रोज प्रतिष्ठा मंडपमां जिनेन्द्रभगवानने बिरामान कर्या छे तेमज झंडारोपण थयुं छे, तथा
जापनो प्रारंभ थयो छे. महा वद ८ थी श्री सीमंधरादि वीस विहरमान भगवानना पूजननी
शरूआत थई छे. महा वद ९ तथा १० ना रोज ते पूजा चालु रही. महा वद ११ सवारे पू.
गुरुदेवना प्रवचन बाद जलयात्रा विधि थई हती. महोत्सवना त्यार पछीना समाचारो आवता
मोटी संख्यामां ले छे, ने प्रवचन सांभळवानो रस लोकोमां वधतो जाय छे.
प्रतिष्ठा–महोत्सवनुं मुहूर्त चैत्र सुद १३ छे.
शहेरमां पधार्या त्यारे त्यांना भक्तोने घणो उल्लास हतो; पू. गुरुदेवना प्रवचन बाद जेतपुर
शहेरमां जिनमंदिर बंधाववा माटे त्यांना भक्तजनो तरफथी नीचे मुजब रकमो उल्लासथी जाहेर
१००१) माणेकचंद पूंजाभाई
१००१) कागदी जटाशंकर माणेकचंद
१००१) देसाई ताराचंद अविचळ
१००१) पोपटलाल केशवजी
५०१) देसाई मोहनलाल त्रिकमजी
पू. गुरुदेवना आश्चर्यकारी प्रभावना उदयथी आजे ठेर ठेर जिनेन्द्र भगवंतोनी स्थापना
जेतपुरना मुमुक्षुओने धन्यवाद!