: चैत्र : २०१० : आत्मधर्म–१२६ : ११९ :
रीते बंने बहेनोए सामसामी भक्तिभरी चेष्टाओ द्वारा अद्भुत–अपूर्व भक्ति करी हती.
खरेखर, ज्ञानीओना हृदयमां जिनेन्द्र भगवाननी केवी अलौकिक भक्ति भरी छे तेनो ख्याल ते
वखते आवतो हतो.
सांजे जिनमंदिरमां आरती तेमज भक्ति थई हती. तथा रात्रे चर्चा थई हती.
आ रीते महा सुद १० थी १३ सुधीना चार दिवसो नेमनाथ भगवाननी पवित्र
कल्याणकभूमिमां परम पूज्य गुरुदेवनी साथे जात्रानो महान उत्सव थयो. आ अद्भुत यात्रा
जोतां ज पूर्वे कुंदकुंदाचार्यभगवाने संघसहित गिरनारजीनी जे महान यात्रा करी हती तेनुं स्मरण
थतुं हतुं. भक्तोना हृदयमां आ जात्रानो रस रही गयो छे, ने फरी फरीने गुरुदेव आवी यात्रा
करावो, शाश्वत तीर्थधाम सम्मेदशिखरजीनी यात्रा करावो एवी विनंति करी छे. हे गुरुदेव! सर्वे
भक्तजनोनी ए भावना झट झट पूरी करो...
“सौराष्ट्रना नाथ” ने भेटावनार “सौराष्ट्रना संत”ना चरणकमळमां भक्तिपूर्वक वंदन हो!
[पू. गुरुदेव महा सुद १४ ना रोज जुनागढथी विहार करीने पोरबंदर तरफ पधार्या हतां]
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जूनागढमां गिरनारजी तीर्थनी यात्रा बाद, महा सुद १३ ना रोज
जिनमंदिरमां पू. बेनश्री बेने गवडावेली खास धून.
कृपाळु देवना परम प्रतापे... वाह वाह जी वाह! नेमनाथनी जान देखी... वाह वाह जी वाह!
जात्रा अद्भुत आज कीधी... वाह वाह जी वाह! नेमनाथनो वैराग दीठो... वाह वाह जी वाह!
गिरनार केरी जात्रा कीधी... वाह वाह जी वाह!
जादवकुळनो जोगी देख्यो... वाह वाह जी वाह!
सहसावनना दर्शन कीधा... वाह वाह जी वाह! नेमनाथनी दीक्षा देखी... वाह वाह जी वाह!
सहसावनमां संयम देख्यो... वाह वाह जी वाह!
शुक्लध्याननी श्रेणी देखी... वाह वाह जी वाह!
प्रभुनुं केवळज्ञान देख्युं... वाह वाह जी वाह!
अयोगी गुणस्थान देख्युं... वाह वाह जी वाह!
प्रभुजी केरा धाम देख्या... वाह वाह जी वाह! जात्रा अद्भुत फरी करावो... वाह वाह जी वाह!
पांचमी टूंके भक्ति करी... वाह वाह जी वाह! सम्मेदशिखर धाम देखाडो... वाह वाह जी वाह!
गुरुजी साथे जात्रा करी... वाह वाह जी वाह! गुरुजी! शाश्वतधाम बतावो... वाह वाह जी वाह!
सद्गुरुदेवना परम प्रतापे... वाह वाह जी वाह! सेवकनी विनति स्वीकारो... वाह वाह जी वाह!
जात्रा अद्भुत कीधी आज... वाह वाह जी वाह! शाश्वत तीरथधाम देखाडो... वाह वाह जी वाह!
गुरुजी अद्भुत कृपा करी... वाह वाह जी वाह!
जात्रा अद्भुत फरी करावो... वाह वाह जी वाह!
अमृतरसना पान करावो... वाह वाह जी वाह!
सम्मेदशिखर धाम देखाडो... वाह वाह जी वाह!