Atmadharma magazine - Ank 127
(Year 11 - Vir Nirvana Samvat 2480, A.D. 1954)
(Devanagari transliteration).

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(१) विहार दरमियान परम पूज्य गुरुदेव ध्रोळ पधार्या त्यारे फागण वद ८ नां
रोज त्यांना भाईश्री हरिलाल दोलतभाई तथा तेमना धर्मपत्नी–ए बंनेए सजोडे
आजीवन ब्रह्मचर्य–प्रतिज्ञा पू. गुरुदेव पासे अंगीकार करी छे.
(२–३) विहार दरमियान परम पूज्य गुरुदेव मोरबी पधार्या त्यारे भगवाननी
प्रतिष्ठाना मंगल दिने चैत्र सुद बीजना रोज त्यांना मुमुक्षु–मंडळना एक आगेवान
कार्यकर भाईश्री चंदुलाल त्रिभुवनदास घडियाली तथा तेमना धर्मपत्नी शान्ताबेन–ए
बंनेए सजोडे आजीवन ब्रह्मचर्य–प्रतिज्ञा पू. गुरुदेव पासे अंगीकार करी छे; तेमज
भाईश्री रतिलाल हीराचंद महेता तथा तेमना धर्मपत्नी चंचळबेन–ए बंनेए सजोडे
आजीवन ब्रह्मचर्य–प्रतिज्ञा पू. गुरुदेव पासे अंगीकार करी छे.
(४–५) विहार दरमियान परम पूज्य गुरुदेव वांकानेर पधार्या त्यारे
पंचकल्याणक प्रतिष्ठाना चैत्र सुद १३ ना मंगल दिने त्यांना भाई श्री प्रभुदास लालचंद
शेठ तथा तेमना धर्मपत्नी–ए बंनेए सजोडे आजीवन ब्रह्मचर्य–प्रतिज्ञा पू. गुरुदेव पासे
अंगीकार करी छे; तेमज त्यांना भाई श्री करसनदास हरजीवन शाह तथा तेमना
धर्मपत्नी–ए बंनेए सजोडे आजीवन ब्रह्मचर्य–प्रतिज्ञा पू. गुरुदेव पासे अंगीकार करी छे.
(६) विहार दरमियान परम पूज्य गुरुदेव वढवाण शहेर पधार्या त्यारे
भगवाननी वेदी–प्रतिष्ठाना शुभप्रसंगे चैत्र वद ८ ना रोज त्यांना भाईश्री छोटालाल
मोहनलाल कामदार तथा तेमना धर्मपत्नी जयाबेन–ए बंनेए सजोडे आजीवन
ब्रह्मचर्य–प्रतिज्ञा पू. गुरुदेव पासे अंगीकार करी छे.
(७–८) विहार दरमियान परम पूज्य गुरुदेव जोरावरनगर पधार्या त्यारे चैत्र
वद ११ ना रोज त्यांना मुमुक्षु–मंडळना आगेवान कार्यकर भाईश्री अमुलख लालचंद तथा
तेमना धर्मपत्नी कंचनबेन–ए बंनेए सजोडे ब्रह्मचर्य–प्रतिज्ञा पू. गुरुदेव पासे अंगीकार
करी छे, तेमज त्यांना भाईश्री कस्तुरचंद प्राणजीवन दोढीवाळा तथा तेमना धर्मपत्नी
चंपाबहेन–ए बंनेए सजोडे आजीवन ब्रह्मचर्य–प्रतिज्ञा पू. गुरुदेव पासे अंगीकार करी छे.
–ब्रह्मचर्य प्रतिज्ञा लेनारा उपरना सर्वे भाईओ तेमज बहेनोने अभिनंदन!