Atmadharma magazine - Ank 132
(Year 11 - Vir Nirvana Samvat 2480, A.D. 1954)
(Devanagari transliteration).

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‘कहानगुरु जन्मधाम’
कृतकृत्यपणुं
केवळज्ञान थवानी ताकात
कोईपण चीज नकामी नथी
गीरनारजी तीर्थनी यात्रानो महोत्सव
गीरनारजी तीर्थनी यात्रा बाद बेनश्रीबेने
गवडावेली खास धून
गोंडल शहेरमां जिन मंदिर माटेनी जाहेरात
चैतन्यतत्त्वने ओळखो
चैतन्यनी प्रीति अने प्राप्ति
चैतन्यनी साधना
जगतना समस्त पदार्थोमां समये समये
उत्पाद–व्यय–धु्रव बताव्यां छे ते
भगवाननी सर्वज्ञतानुं चिह्न छे
जगतने अनादिथी दुर्लक्ष्य एवा
चैतन्यतत्त्वनी प्राप्तिना उपायनुं वर्णन
जडथी ज मोक्ष माननारा
जन्म–मरणनो आरो
जसदणशहेरमां जिनमंदिर माटेनी जाहेरात
जाणनारने जाणवो
जाणनार विना जाण्युं कोणे?
जामनगरमां अपूर्व धर्मप्रभावना
जिज्ञासुनी विचारणा
जिनबिंब वेदी प्रतिष्ठा महोत्सव (वढवाण
शहेर, सुरेन्द्रनगर, राणपुर अने बोटादना
समाचार)
जिनबिंब वेदी प्रतिष्ठा महोत्सव
(उमराळाना समाचार)
जिनशासननो सार
जीवनुं कार्यक्षेत्र केटलुं?
जीवने संसारपरिभ्रमण केम थयुं अने हवे
ते केम टळे?
जुनागढ शहेरमां अद्भुत भक्ति ने अपूर्व
रथयात्रा
जेणे आत्मा जाण्यो तेणे सर्व जाण्युं
जेतपुर शहेरमां जिनमंदिर माटेनी जाहेरात
जेतपुर शहेरमां जिनमंदिर माटे रूा. प००२,
नी उदार सहायता
जे धर्मी नाम धरावे छे पण......
जैन अतिथि सेवा समितिनी वार्षिक बेठक
जैन दर्शन शिक्षण वर्ग (प्रौढ)
जोरावरनगरमां जिन मंदिर माटेनी जाहेरात
ज्ञानतत्त्व
ज्ञान सामर्थ्यथी महान एवा चैतन्यतत्त्वने
ओळखो
ज्ञानस्वरूप आत्मा
२४–६६
३०–१८९
३१–२१८
२४–८१
२६–११२
२६–१२९
३२–२४३
२प–९०
३१–२१९
२२–४४
२२–३२
३२–२२७
२३–प९
३०–१९३
२प–१०३
२४–८४
२६–१०६
२९–१६९
२८–१४७
२९–१८२
२२–२प
२८–१प९
२प–८७
२६–११८
२प–९३
२प–८६
३२–२३०
२९–१७१
३०–१८६
२९–१८४
२७–१३६
२२–४२
२प–९०
२प–८प
त–द–ध
तत्त्वनिर्णयनो उद्यम अने प्रतिकूळता!
तत्त्वार्थसूत्र (हिंदी टीका संग्रह)
तन्मयता–शेमां
दया
दस लक्षणी धर्म अथवा पर्युषणपर्व
दुःखनुं कारण
.... देहातीतपणुं तो सहेज थई जाय छे
धर्मना जिज्ञासुओनुं कर्तव्य (संपादकीय)
धर्मनी दुर्लभता
धर्मनी भूमिकामां भगवाननी भक्तिनो भाव
धर्मनी शरूआत केवी रीते थाय?
धर्मनुं निमित्त
धर्मनुं पहेलुं सोपान
धर्मात्मानो वैराग्य
धार्मिक प्रवचनना खास दिवसो
न–प
निरंतर..भाववा..जेवी...भावना...
परने पोतानुं करवुं अशक्य छे
परम पूज्य सद्गुरुदेवनुं सोनगढमांआगमन
परमात्मपद पामवा माटेनो छेल्लो अवतार
परिणाम अने तेनो कर्ता (प्रश्नोतर)
परीक्षा करीने धर्मनुं स्वरूप ओळखवुं जोईए
पाटनगरमां पू. गुरुदेव
पुण्यनी मीठास
पू. गुरुदेवना जन्मधाममां जिनबिंब वेदी
प्रतिष्ठा महोत्सव
पू. गुरुदेवना हस्ते प्रतिष्ठित जिनबिंबो
(पोरबंदरमां)
पू. गुरुदेवना हस्ते प्रतिष्ठित जिनबिंबो
(मोरबीमां)
पू. गुरुदेवना हस्ते प्रतिष्ठित जिनबिंबो
(वांकानेरमां)
पू. गुरुदेवनो जामनगरमां एक सप्ताह
निवास अने अपूर्व धर्मप्रभावना
पू. गुरुदेवनो विहार
पोरबंदरमां पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव
(समाचार)
पोरबंदरमां प्रतिष्ठा प्रसंगे प्रतिष्ठित
जिनबिंबोनी यादी
पोरबंदरमां प्रतिष्ठा महोत्सव
पंच कल्याणक महोत्सव (पोरबंदर)
पंच कल्याणक महोत्सव (मोरबी)
पंच कल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव (वांकानेर)
प्रथम भूमिका
प्रभावना
प्रश्नोतर (परिणाम अने तेनो कर्ता)
२३–६४
३१–२२४
२४–७९
२८–१६४
३०–१८६
३०–१९६
२६–१२२
२१–३
२९–१६७
२७–१३७
२८–१प६
२३–प१
२६–१०८
२४–७४
३०–१८६
२२–२६
२९–१७३
२९–१६६
२८–१प४
२१–१३
२३–४७
२प–१०४
३१–२१०
२९–१८२
२६–१२३
२७–१४४
२६–१०६
२३–४६
२६–१०७
२६–१२३
२प–८६
२६–१०७
२७–१२७
२७–१३९
२८–१४८
३२–२२६
२१–१३
ः २४०ः आत्मधर्मः १३२