आग्रह तेमने छूटतो नथी. अरे! ऊंधी मान्यताने साची मानी बेठा छे तो तेने केम छोडे? पं. टोडरमलजी पण
मोक्षमार्ग–प्रकाशकमां कहे छे के अन्यथा श्रद्धाने सत्य श्रद्धा मानतो जीव तेना नाशनो उपाय पण शा माटे करे?
आ तो जेने मान अने आग्रह मूकीने आत्मानुं हित करवुं होय–एवा जीवने बेसे तेवी वात छे.
अहीं तो एम कहेवाय छे के–ज्ञानी के अज्ञानी कोई परना कर्ता नथी, परनां काम कोई करी शकतो ज नथी. दरेक
द्रव्य पोते ज पोतानी क्रमबद्धपर्यायपणे ऊपजे छे, तेमां बीजानुं कर्तापणुं छे ज नहि. कर्तापणुं जोनार पोताना
ज्ञानस्वभावथी भ्रष्ट थईने जुए छे एटले ऊंधुंं देखे छे; ज्ञायक रहीने देखे तो कर्तापणुं न माने. वस्तुस्वरूप तो
जेम छे तेम ज रहे छे, अज्ञानी ऊंधुंं माने तेथी कांई वस्तुस्वरूप अन्यथा थई जतुं नथी.
वगेरेना आकाररूप व्यंजनपर्याय पण क्रमबद्ध तेनाथी ज छे. माटी घडारूपे ऊपजी त्यां तेनी व्यंजनपर्याय
(आकार) कुंभारे करी–एम नथी. घडापणे माटी पोते ऊपजी छे ने माटी ज तेमां व्यापी छे, कुंभार नहीं, माटे
कुंभार तेनो कर्ता नथी. ‘निमित्त विना न थाय’–ए वातनुं अहीं काम नथी. अहीं तो कहे छे के दरेक द्रव्य
पोताना परिणाम साथे तद्रूप–तन्मय छे. जीव जो अजीयवनी अवस्थाने करे (–जेम के कुंभार घडाने करे) तो
अजीवनी अवस्था साथे तद्रूपपणुं थतां ते पोते पण अजीव बनी जशे! जो निमित्त प्रमाणे कार्य थतुं होय तो
अजीवना निमित्ते आत्मा पण अजीव थई जशे, ईत्यादि अनेक दोष आवी पडशे.
आपशो ते ज रंगनुं ते थशे. माटे निमित्त प्रमाणे कार्य थाय छे! भले थाय छे तेनी योग्यताथी, पण जेवुं
निमित्त आवे तेवुं थाय!
स्वभावने मान्यो ज नथी. पाणीना परमाणुओमां जे समये जेवी लीला के लाल रंगरूपे थवानी योग्यता छे ते
ज रंगरूपे ते परमाणुओ स्वयं ऊपजे छे, बीजो निमित्त लावी शके के तेमां फेरफार करी शके–एम नथी. अरे!
रंगना परमाणु जुदा ने पाणीना परमाणु पण जुदा, एटले रंगनुं निमित्त आव्युं माटे पाणीना परमाणुओनो
रंग बदल्यो एम पण नथी, पाणीना परमाणुओ ज स्वयं पोतानी तेवी रंग अवस्थापणे परिणम्या छे.
थई छे. जुओ, एक परमाणु छूटो होय त्यारे तेनामां स्थूळपरिणमन न थाय, पण स्थूळस्कंधमां भळे त्यारे
तेनामां स्थूळ परिणमन थाय छे, तो तेना परिणमनमां एटलो फेरफार थयो के नहि?–हा फेरफार तो थयो छे,
पण ते कोना कारणे? के पोतानी ज क्रमबद्ध अवस्थाना कारणे, परने कारणे नहि. एक छूटो परमाणु स्थूळ
स्कंधमां भळ्यो, त्यां जेवो छूटो हतो तेवो ज स्कंधमां ते नथी रह्यो पण सूक्ष्ममांथी स्थूळस्वभावरूपे तेनुं
परिणमन थयुं छे. तेनामां सर्वथा फेरफार नथी थयो–एम पण नथी अने परने कारणे फेरफार