Atmadharma magazine - Ank 136
(Year 12 - Vir Nirvana Samvat 2481, A.D. 1955)
(Devanagari transliteration).

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विद्यार्थीओ माटे अभ्यासनी सुन्दर सगवड
आशरे छेल्लां त्रण वर्षथी अहीं सोनगढ खाते “श्री जैन विद्यार्थीगृह”
शरू करवामां आव्युं छे. आ विद्यार्थीगृहमां जैन विद्यार्थीओ के जेओनी उंमर ११
वर्ष अने तेथी वधु होय तथा जेओ गुजराती पांचमुं धोरण के तेथी उपरना
गुजराती के अंग्रेजी धोरणोमां अभ्यास करता होय तेओने दाखल करवामां
आवे छे.
मासिक पूरी फीनुं लवाजम रूा.–२प राखेल छे.
अहीं एस. एस. सी. (मेट्रिक) सुधी हाईस्कुल छे. बोर्डिंगमां रहेता
विद्यार्थीओने फरजियात धार्मिक अभ्यास कराववानो होय छे. उपरांत पूज्य
सद्गुरुदेवश्री कानजी स्वामीनां तत्त्वपूर्ण अपूर्व व्याख्यान श्रवणनो लाभ मळे छे.
अहींनी आबोहवा सूकी, खुशनुमा तथा आरोग्यप्रद छे. वातावरण शांत
तथा पवित्र छे.
विद्यार्थीगृहमां निश्चित संख्यामां विद्यार्थीओने दाखल करवाना छे. आथी
जेमने दाखल थवा ईच्छा होय तेओए नीचेने सरनामे ता. २०–४–पप सुधीमां
लखी, प्रवेशपत्र मंगावी, भरी ता.– १०–प–पप सुधीमां परत मोकली आपवां.
बोर्डिंगनी नवी टर्म ता.–१६–६–पप थी शरू थशे.
लि. मंत्रीओ,
श्री जैन विद्यार्थीगृह, सोनगढ (सौराष्ट्र)
भेट पुस्तक संबन्धी अन्तिम सूचना
आत्मधर्मना २०१० नी सालना ग्राहकोने भेटना पुस्तको जेने न मळ्‌यां
होय तेणे वैशाख सुदी २ सुधीमां मेळवी लेवा विनंति छे. त्यां सुधीमां जो नहि
मेळववामां आवे तो तेमने मळी गयुं छे एम गणवामां आवशे.
जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट सोनगढ