Atmadharma magazine - Ank 160
(Year 14 - Vir Nirvana Samvat 2483, A.D. 1957).

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: માહ : ૨૪૮૩ આત્મધર્મ : ૧૫ :
श्री मांगीतुंगी सिद्धक्षेत्रमां शेठश्री गजराजी गंगवालना हस्ते
पू. गुरुदेवने अपायेल सन्मानपत्र

श्री परमपूज्य भगवान कुंदकुंदाचार्य के लघुनंदन परमपूज्य सद्गुरुदेव श्री कानजीस्वामी के
चरण–कमलो में श्री सिद्धक्षेत्र मांगीतुंगीजी दि० जैन के प्रबंधकर्ताओं की तरफ से––
परमपूज्य अध्यात्मयोगी आपने उमराला ग्राममें पिता मोतीचंदजी माता उजमबाई के कुख से
जन्म लेकर इस भरतक्षेत्र में अज्ञानरूपी अंधकार को नष्ट कर यथार्थ ज्ञानका प्रकाश किया है।
आपके बाल्यावस्थामें ही संसार से विरक्ता थी। आपने स्थानकवासी श्वे० जैनकुल में जन्म लेकर
बालब्रह्मचारी रहते हुवे २४ वर्ष के उम्रमें स्थानकवासी दीक्षा ग्रहण की। बाद में सत्य ज्ञान की
अंतःकरण में हमेशा के लिये खोज रहती थी। आपके हस्तकमलमें श्री भगवन् कुंदकुंदाचार्य के अपूर्व
ग्रंथराज समयसारादि प्राप्त हुवे जिससे दिनप्रतिदिन आपकी आत्मोन्नति खिलती गई। जिसका
फलस्वरूप आज आपने भारत में अध्यात्म धर्म का प्रकाश होरहा है।
सत्य वस्तु की प्राप्ति के लिये आप सारगर्भित उपदेश देकर भव्य जीवों को संसाररूपी समुद्र से
तारने में समर्थ हुए है।
जिस प्रकार भगवान महावीर का समवसरण भारत म सर्वत्र विहार कर ज्ञानरूपी सूर्यका प्रकाश
करता था। उसी प्रकार आप भी इस पंचम कालमें जगह जगह विहार कर अज्ञानरूपी जीवों को सच्चा
मार्ग बतलाकर अज्ञानरूपी अंधकार को नष्ट कर रहे है।
आपश्रीने सौराष्ट्र में सनातन दि० जैन धर्म का उद्योत कर १५ जिनमंदिर पंचकल्याणक प्रतिष्ठा
आपके करकमलोद्वारा हुई और दि० जैन सिद्धांत के लाखो ग्रंथ आपके उपदेश से प्रकाशित हुये और
कई भाई बहिनोने आजीव ब्रह्मचर्य की दीक्षा ली।
इस प्रकार दि० जैन धर्म का आपश्रीने उद्योत कीया है। क्षेत्र के प्रबंधकारिणी कमेटी के ओर से
महामंत्रीजीने आपश्री को श्री सिद्धक्षेत्र मांगीतुंगीजी पधारने का आमंत्रण दिया सो स्वीकार कर आपश्री
का पवित्र क्षेत्र पर पदार्पण हुवा, इस लिये क्षेत्र के प्रबंधकर्ता अपना अहोभाग्य समझती है।
हमारी भी जिनेन्द्र देव से प्रार्थना है कि––भव्य जीवों का उद्धार करने के लिये आप चिरायु हो
और दि० जैन धर्म का प्रभाव दिनपरदिन बढे़ एैसी आशा करते है।
श्री मांगीतुंगीजी प्रबंधकारिणी कमेटी
शाह मोतीलाल पितांबरदास महामंत्री पारोला
शाह रमणलाल बालचंद सा सोनगीर
शाह चंदुलाल झुमकु सालाड मालेगांव
शेठ चंदुलाल मंगणीराम सटाणे
शाह गणेशलाल नाथुलाल जैन