एवा शुद्धआत्माने उपलब्ध करे छे; परंतु अन्य कोई एवा शुद्ध आत्माने उपलब्ध करतो नथी.”
उपरक्त चैतन्यरूप स्वभाववडे स्वतंत्र हतो (अर्थात् स्वाधीनपणे करतो हतो); हुं एकलो ज करण हतो, कारण के हुं
एकलो ज उपरक्त चैतन्यरूप स्वभाववडे साधकतम (–उत्कृष्ट साधन) हतो; हुं एकलो ज कर्म हतो, कारण के हुं
एकलो ज उपरक्त चैतन्यरूपे परिणमवाना स्वभावने लीधे आत्माथी प्राप्य (–प्राप्त थवा योग्य) हतो; अने हुं
एकलो ज सुखथी विपरीत लक्षणवाळुं ‘दुःख’ नामनुं कर्मफळ हतो–के जे (फळ) उपरक्त चैतन्यरूपे परिणमवाना
स्वभाववडे निपजाववामां आवतुं हतुं.”
ज करण छुं, कारण के हुं एकलो ज सुविशुद्ध चैतन्यरूप स्वभाववडे साधकतम छुं; हुं एकलो ज कर्म छुं कारण के हुं
एकलो ज सुविशुद्ध चैतन्यरूपे परिणमवाना स्वभावने लीधे आत्माथी प्राप्य छुं; अने हुं एकलो ज
अनाकुळतालक्षणवाळुं ‘सुख’ नामनुं कर्मफळ छुं–के जे (फळ) सुविशुद्ध चैतन्यरूपे परिणमवाना स्वभाववडे
निपजाववामां आवे छे.”
बिलकुल थती नथी; अने, परमाणुनी माफक (अर्थात् जेम एकत्वभावे परिणमनार परमाणु पर साथे संग पामतो
नथी तेम), एकत्वने भावनार पुरुष पर साथे संपृक्त थतो नथी; तेथी परद्रव्य साथे असंपृक्तपणाने लीधे ते सुविशुद्ध
होय छे. वळी, कर्ता, करण, कर्म अने कर्मफळने आत्मापणे भावतो थको ते पुरुष पर्यायोथी संकीर्ण (–खंडित) थतो
नथी; अने तेथी पर्यायो वडे संकीर्ण नहि थवाने लीधे सुविशुद्ध होय छे.”
अनादिअनंतभाव छे के जे परनो के विकारनो कर्ता थतो नथी. आत्मानी अनंतशक्तिओमां विकारनी कर्ता–
कर्म–करण –संप्रदान–अपादान के अधिकरण थाय एवी तो कोई शक्ति नथी, ते तो मात्र क्षणिक पर्यायनो धर्म
छे; तेथी अनंतशक्तिवाळा अखंड आत्मानी द्रष्टिमां तो तेनो अभाव ज छे. आवा स्वभावनी सन्मुख थईने
शुद्धभावरूपे परिणमतां धर्मीने भान थयुं के अहो! विकारी कारकोनी क्रियाने अनुसार परिणमवानो मारो
स्वभाव नथी. अभेदस्वभावमां एकत्वपणे शुद्धभावरूपे परिणमवानो ज मारो स्वभाव छे. शरीर–मन–
वाणीनो, परजीवनो के पुण्य–पापनो कर्ता थईने परिणमवानो आत्मानो स्वभाव नथी. पर्यायमां एक
समयपूरती विकारनी अमुक लायकात छे तेने धर्मी जाणे छे, पण तेने शुद्धस्वभावमां खतवता नथी, तेने
आदरणीय मानता नथी. माटे शुद्धस्वभावना आदरनी द्रष्टिमां विकारनो अभाव ज वर्ते छे. जो विकारना
अभावरूप त्रिकाळ निर्दोष स्वभावनी द्रष्टि छोडीने एकला विकार भावने ज जाणवामां रोकाय तो त्यां एकांत
पर्यायबुद्धिरूप मिथ्यात्व थाय छे.
महिमानी खबर पडे.
पर्यायमां एक समय पूरतो जे