श्री जैन विद्यार्थीगृह–सोनगढ (सौराष्ट्र)
विद्यार्थीओ माटे अभ्यासनी सुंदर सगवड
जैन विद्यार्थीओ के जेओनी उंमर १० वर्ष अने तेथी वधु होय अने जेओ गुजराती धोरण प अने तेनी
छे.
अहीं सोनगढमां एस. एस. सी (मेट्रीक) सुधीना अभ्यास माटे हाईस्कूल छे.
संस्थामां मासिक भोजननुं लवाजम पूरी फीना रूा. २प लेवामां आवे छे. लायक गरीब विद्यार्थीओनी
पासेथी भोजननुं लवाजम मासिक रूा. १प लेवामां आवे छे.
संस्थामां रहेता विद्यार्थीओने दररोज नियमित फरजीयात श्री सनातन दिगंबर जैन दर्शननो धार्मिक
अभ्यास कराववामां आवे छे. उपरांत रजाना दिवसोमां पूज्य ‘कानजीस्वामी’ जेवा अद्वितीय
अध्यात्मज्ञानीनां तत्त्वपूर्ण व्याख्यान–श्रवणनो पण अपूर्व अलभ्य लाभ मळे छे. आम अहीं व्यवहारी
केवळणी उपरांत धार्मिक शिक्षणनी सगवड होई तथा पूज्य सद्गुरुदेवश्रीनी पवित्र शीतळ छायामां
सत्समागममां रहेवानुं होई विद्यार्थीओने सुसंस्कार मेळववानी सुंदर तक छे.
अहींनी आबोहवा सूकी, खुशनुमा तथा आरोग्यप्रद छे. वातावरण शांत तथा पवित्र छे.
संस्थामां रहेता विद्यार्थीओने सारो, सादो, सात्विक खोराक आपवामां आवे छे.
विद्यार्थीओने रहेवा माटे सुंदर,विशाळ, पूरती हवाउजासवाळुं मकान छे.
आगामी वर्षे अमुक निश्चित संख्यामां ज विद्यार्थीओने अहीं दाखल करवाना छे.
आथी विद्यार्थीओने अत्रे आ संस्थामां अभ्यास अर्थे दाखल थवा इच्छा होय तेमणे उपरना सरनामे
रूा. ०–१प न. पै. नी पोष्टनी टीकीटो मोकली संस्थानुं प्रवेशपत्र तथा धाराधोरण अने नियमो ता. २०–४–प९
सुधीमां मंगावी ते भरी ता. १प–प–प९ सुधीमां परत मोकली आपवां.
ते पछी आवेला प्रवेशपत्रो स्वीकारवामां आवशे नहि.
ली. मोहनलाल काळीदास जसाणी
मोहनलाल वाघजी महेता (करांचीवाळा)
मंत्रीओ–श्री जैन विद्यार्थीगृह–सोनगढ (सौराष्ट्र)
रजीस्ट्रेशन ओफ न्यु पेपर्स (सेन्ट्रल) रूल्स १९प६ ‘ना अन्वये
“आत्मधर्म” संबंधमां नीचेनी विगतो प्रकट करवामां आवे छे.
१. प्रसिद्धि स्थळ–आनंद प्रेस, भावनगर
२. प्रसिद्धि क्रम–दरेक महीनानी आखर तारीख
३. मुद्रकनुं नाम–श्री हरिलाल देवचंद शेठ कया देशना–भारतीय
ठेकाणुंः आनंद प्रीन्टींग पे्रस–भावनगर
४. प्रकाशकनुं नाम–श्री जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट सोनगढवती हरिलाल देवचंद शेठ–भावनगर
कया देशना–भारतीय
ठेकाणुंः जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट–सोनगढ
प. तंत्रीनुं नाम–रामजी माणेकचंद दोशी कया देशना–भारतीय
ठेकाणुं– जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट–सोनगढ
६. सामयिकना मालीकनुं नाम–
जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट–सोनगढ
अमे आथी जाहेर करीए छीए के उपर आपेली विगतो अमारी जाण अने मान्यता मुजब बरोबर छे.
सही
रामजी माणेकचंद दोशी