Atmadharma magazine - Ank 205
(Year 18 - Vir Nirvana Samvat 2487, A.D. 1961)
(Devanagari transliteration).

< Previous Page   Next Page >


PDF/HTML Page 3 of 25

background image
श्री महावीर भगवान (पावापुरी)
अर्हंत सौ
कर्मो तणो
करी नाश
ए ज विधिवडे,
उपदेश पण
एम ज करी,
निर्वृत्त थया;
नमुं तमने.
हे वीर!
तुम्हारे
द्वारे पर
यह भक्त
तुम्हारे
आये है.
पावा–
पुरीमां
भक्तिनां
पावन
द्रश्यो