प्रश्न:– (१) आपणे चैतन्यस्वभावमां संपूर्ण स्थिर थईए तो आपणी पासे कयुं तत्त्व आवे?
उत्तर:– मोक्षतत्त्व आवे.
प्रश्न:– (२) आपणे भगवाननी भक्ति–पूजा करीए, अने गुरु प्रत्ये तथा धर्मी जीवो प्रत्ये विनय–
प्रश्न:– (३) कोई मूढ जीव घणा जीवोने मारी नाखे तो तेनी पासे कयुं तत्त्व आवे?
उत्तर:– पापतत्त्व आवे.
प्रश्न: (४) आपणी पासे एवुं कयुं तत्त्व छे के जे सदाय (अनादि–अनंत) आपणी पासे ज होय?
उत्तर:– जीवतत्त्व.
प्रश्न:– (प) आपणी पासे मोक्षतत्त्व आवे तो बीजा कया कया तत्त्वो आपणी पासेथी छूटी जाय?
उत्तर:– अजीव (कर्मनो संयोग), पाप, पुण्य, आस्रव, बंध, संवर ने निर्जरा–ए तत्त्वो छूटी जाय.
प्रश्न:– (६) एक जीवनी पासे एक साथे वधारेमां वधारे केटला तत्त्वो होय?–कया कया?
उत्तर:– एक जीव पासे एक साथे वधुमां वधु आठ तत्त्वो होय: जीव, अजीव (कर्मनो संयोग), पाप,
उत्तर:– सिद्ध भगवान पासे बे ज तत्त्वो छे: जीव अने मोक्ष.
प्रश्न:– (८) सम्यग्दर्शन थाय त्यारे आपणी पासे कया कया तत्त्वो नवा आवे?