Atmadharma magazine - Ank 221
(Year 19 - Vir Nirvana Samvat 2488, A.D. 1962)
(Devanagari transliteration).

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: १० : आत्मधर्म : २२१
उत्तर:– आपणने सम्यग्दर्शन थाय त्यारे संवर अने निर्जरा तत्त्वो नवा आवे. (अने पछी थोडा
वखतमां मोक्ष तत्त्व जरूर आवे.)
प्रश्न:– (९) सम्यग्दर्शन थतां आपणी पासेथी कया कया तत्त्वो भागवा मांडे?
उत्तर:– पाप, आस्रव अने बंधतत्त्व भागवा मांडे.
प्रश्न:– (१०) सिद्ध भगवान पासे झाझा तत्त्वो छे के तमारी पासे?
उत्तर:– अमारी पासे.
प्रश्न:– (११) ज्यां संवरतत्त्व होय त्यां बीजा कया कया तत्त्वो होई शके?
उत्तर:– जीव, अजीव (कर्मनो संयोग), पाप, पुण्य, आस्रव, बंध, अने निर्जरा–ए सात तत्त्वो होई
शके.
प्रश्न:– (१२) ज्यां संवरतत्त्व न होय त्यां बीजा कया कया तत्त्वो होई शके?
उत्तर:– जीव, अजीव (कर्मनो संबंध), पाप, पुण्य, आस्रव, बंध; अने मोक्ष ए तत्त्वो होई शके.
प्रश्न:– (१३) संवरतत्त्वनी पूर्णता क््यारे?
उत्तर:– १४मा गुणस्थानना पहेला समये.
प्रश्न:– (१४) निर्जरातत्त्वनी पूर्णता क््यारे?
उत्तर:– १४मा गुणस्थानना छेल्ला समये.
प्रश्न:– (१प) सिद्ध भगवंतो पासे केटला तत्त्वो होय?
उत्तर:– बे.
प्रश्न:– (१६) मोक्षमार्ग एटले कया कया तत्त्वो?
उत्तर:– संवर अने निर्जरा.
प्रश्न:– (१७) जगतमां संवरतत्त्ववाळा जीवो झाझा के मोक्षतत्त्ववाळा झाझा?
उत्तर:– मोक्षतत्त्ववाळा.
प्रश्न:– (१८) जगतमां मोक्षतत्त्ववाळा जीवो झाझा के बंधतत्त्ववाळा झाझा?
उत्तर:– बंधतत्त्ववाळा.
प्रश्न:– (१९) जगतमां जीवतत्त्वो झाझा के अजीवतत्त्वो?
उत्तर:– अजीवतत्त्वो झाझा.
प्रश्न:– (२०) तमारी पासे अत्यारे कया कया तत्त्वो छे?
उत्तर:– जीव, अजीव (कर्मनो संयोग), पुण्य, पाप, आस्रव, बंध; (अने जो उत्तर देनार साधक जीव
होय तो संवर अने निर्जरा ए बे तत्त्वो वधारे समजवा.) (अहीं अध्यात्ममां सम्यक्त्वपूर्वकनी निर्जराने ज
निर्जरा गणवामां आवे छे.)