Atmadharma magazine - Ank 224
(Year 19 - Vir Nirvana Samvat 2488, A.D. 1962)
(Devanagari transliteration).

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: जेठ : २४८८ : ११ :
त्त्
वस्त स्वभव
मीमांसा
अधिकार
उपजे विनशे थिर रहे एक काल त्रयरूप,
विधि–निषेधसे वस्तु यों वरते सहज स्वरूप.
ओछुं नथी. कुन्दकुन्दाचार्ये भूतार्थरूपे अवस्थित जीव, अजीव, पुण्य, पाप आस्रव, संवर, निर्जरा, बंध अने
मोक्षना श्रद्धानने सम्यग्दर्शन कहीने जीवाजीव अधिकार पछी कर्तृकर्म अधिकार लख्यो छे. तेनुं कारण ए ज
छे. तथा पूज्यपाद आचार्ये सर्वार्थसिद्धिमां ‘
सदसतो’ ईत्यादि सूत्रनी व्याख्या करतां मिथ्याद्रष्टिने
स्वरूपविपर्यास अने भेदाभेदविपर्यासनी जेम कारण विपर्यास होय छे. ए उल्लेख आ ज अभिप्रायथी कर्यो
छे.
२–ए तो सर्वमान्य वात छे के विश्वमां जेटला दर्शन प्रचलित छे ते बधाए तत्त्वव्यवस्थानी साथे
कार्यकारणनो जे क्रम स्वीकार्यो छे तेमां पूरेपूरो मतभेद छे. अहीं दरेक दर्शनना आधारे तेनी मिमांसा करवी
नथी. ते आ पुस्तकनो विषय पण नथी. अहीं तो फकत जैनदर्शनना आधारे विचार करवानो छे.
तत्त्वार्थसूत्रमां द्रव्यनुं लक्षण सत् कहीने तेने उत्पाद, व्यय अने ध्रौव्य स्वभाववाळुं बताव्युं छे. गुणअन्वय
स्वभाव होवाथी ध्रौव्यनो अविनाभावी अने पर्याय व्यतिरेक स्वभाव होवाथी उत्पाद अने व्ययने
अविनाभावी छे. तेथी बीजा प्रकारे त्यां द्रव्यने गुण, पर्यायवाळुं पण कहेवामां आव्युं छे. द्रव्यने गुण
पर्यायवाळुं कहो के उत्पाद–व्यय–ध्रौव्यस्वभाववाळुं कहो बन्ने कथननो अभिप्राय एक ज छे.
३–आम तो जाति अपेक्षाए पोतपोताना विशेष लक्षण अनुसार बधा थईने छ द्रव्य छे. जीव,
पुद्गल, धर्म, अधर्म, आकाश अने काळ. तेमां पण जीव द्रव्य अनंतानंत छे, पुद्गल द्रव्य तेनाथी पण
अनंतागुणा छे, धर्म, अधर्म अने आकाश द्रव्य एक एक छे तथा काळ द्रव्य असंख्यात छे. छतां पण द्रव्यना
आ बधा भेद प्रभेदोमां द्रव्यनुं पूर्वोक्त एक लक्षण लागुं पडतुं होवाथी ते बधा एक द्रव्य शब्दथी कहेवामां
आवे छे.
४–तात्पर्य ए छे के लोकमां पोतपोतानी स्वतंत्र सत्तावाळा चेतन अने जड जेटलां पदार्थो छे ते बधां
शक्ति अपेक्षाए ध्रौव्य स्वभाववाळा होवा छतां पण पर्याय अपेक्षाए स्वयं उत्पन्न थाय छे अने स्वयं
विनाश पामे छे. कर्मे जीवने बांध्यो छे के जीव पोते कर्मथी बंधायो छे? एवी ज रीते कर्म जीवने क्रोधादिरूपे
परिणमावे छे के जीव पोते क्रोधादिरूपे परिणमे छे? आ बन्ने पक्षोमांथी क््यो पक्ष जैनधर्ममां तत्त्वरूपे ग्राह्य
छे ए