–: ग्राहकोने सूचना : –
आत्मधर्म दर मासनी सातमी तारीखे प्रसिद्ध थाय छे अने ग्राहकने पोस्ट थाय छे.
हवेथी त्रीजीए थशे.
आत्मधर्म पोस्ट थया पछी दिवस १० नी अंदर न मळे तो पोताना गामनी पोस्ट
ओफिसे तपास करवी अने पछी विगत साथे आत्मधर्म कार्यालयने लखवुं.
आत्मधर्म अंगेना कोई पण पत्रव्यवहारमां–ग्राहक नंबर अने जेना नामे लवाजम
भर्युं होय, तेनुं पूरुं नाम तथा सरनामुं लखवुं आवश्यक छे.
सरनामुं एक, के बे मास माटे बदलवुं होय तो पोताना गामनी पोस्ट ओफिसने
खबर आपवा अने कायमी बदलवुं होय तो अंक पोस्ट थवाथी तारीख तिथिथी पंदर दिवस
पहेलां खबर आपवा. सरनामुं बदल्यानी जाण थतां पहेलां अंक रवाना थई गयो हशे तो ते
मासनो बीजो अंक मोकलाशे नहि.
लवाजम मनीओर्डरथी मोकली देवुं सलाह भर्युं छे. वी. पी. मां ६२ नया पैसा वधु
लागे छे अने अंको मोडा मळे छे. अने परदेशमां वी. पी. थतां नथी.
केटलाक भाईओना लवाजमो, दीकरानां, दीकरीना, पत्नीनां, के तेवा नामे भरायेला
होय छे अने पत्र व्यवहारमां पोताना नामथी पत्र व्यवहार करे छे. आवा भाई–बहेनोए
जेना नामथी लवाजम भरेलुं होय, ते नामथी ज पत्र व्यवहार करवो अने नवुं लवाजम
भरती वखते जुना ग्राहकनुं नाम लखवुं, के जेथी अव्यवस्था न थाय.
गुजराती आत्मधर्मनुं नवुं वर्ष कारतक मासथी शरू थाय छे. अने आसो मासे पूरूं
थाय छे. वच्चेथी ग्राहक थनारने पाछला अंको सिलकमां हशे तेटला मोकली आपवामां
आवशे. अने जेओ पोतानुं नवुं लवाजम–पर्युंषणमां सोनगढमां भरे छे, तेमणे समजवुं के
आ लवाजम कारतक मासथी शरू थशे.
हिन्दी आत्मधर्मनुं वर्ष वैशाख मासथी शरू थाय छे.
आत्मधर्मनी साथे पुस्तको मोकलातां नथी.
नुमनानी नकल ०–३१ नया पैसाना स्टेम्प मोकलवाथी मळशे.
व्यवस्था अंगेनो पत्र व्यवहार आत्मधर्म विभाग श्री दिगम्बर जैन स्वाध्याय मंदिर
ट्रस्ट, सोनगढ (सौराष्ट्र) ए सरनामे करवो.
चेक के ड्राफट श्री दिगम्बर जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट सोनगढ ए नामनो मोकलवो.
लवाजम मोकलती वखते जूना ग्राहकोए पोतानो ग्राहक नंबर जरूर लखवो. नवा
ग्राहक थनारे “नवा ग्राहक एम लखवुं आवश्यक छे. मनीओर्डरनी कूपन पर स्पष्ट अक्षरोमां
पूरेपुरुं नाम गाम, जिल्लो अने रकम लखवां. रकम मोकल्यानो उद्देेश पण लखवो.
व्यवस्थापक “आत्मधर्म”
श्री दि. जैन स्वा. मंदिर ट्रस्ट
सोनगढ (सौराष्ट्र)