: २२ : आत्मधर्म: २२९
परम उपकारी पू. गुरुदेव सुखशान्तिमां बिराजमान छे. प्रवचनमां सवारे श्री प्रवचनसार
शास्त्रमांथी ४७ नयोनो अधिकार अने बपोरे समयसारजी शास्त्र चाले छे. प्रवचनो मां १३मी वार
श्री समयसारजी शास्त्र उपरनां व्याख्यानो आसो वदी रविवारनादिने पूर्ण थई ते ज मांगलिक दिवसे
फरी १४मी वार श्री समयसार उपरनां प्रवचनोनो खूब उत्साह पूर्वक प्रारंभ थयो.
श्री समयसारजी शास्त्रनो वाजते गाजते वरघोडो फेरवीने आसो वदी १० सोमवारना शुभ
दिने श्री मुकुन्दभाई मणीभाई खाराना नवा मकानमां मंगळ वास्तु निमित्ते प्रवचन करवानुं होवाथी
तेमना मकानमां भव्य मंडपमां श्री समयसारजी बिराजमान करी जयनादथी सहुए भक्ति करी हती.
बहारगामथी महेमानो मोटी संख्यामां पधार्या हता. सभामां पूज्य गुरुदेवे श्री समयसारजी शास्त्रनुं
मंगळ प्रवचन कर्युं. तेओश्रीए परम पूज्य, परम उपकारी आचार्यदेवश्री कुदंकंदाचार्य, श्री
अमृतचंद्रआचार्य आदि संतोनो अपार महिमा बतावी, तेमनो उपकार मानी ‘नम: समयसाराय” ×
कळश उपर प्रवचन करतां, सामान्यपणे एक सर्वज्ञ परमात्मा अने विशेषपणे पंचपरमेष्ठी तथा
सम्यग्दर्शन–ज्ञान–चारित्र एम आठ प्रकारे अर्थ करी अद्भूत वर्णन कर्युं. जेमां परम अध्यात्म
तरिंगीणी नामे शास्त्रनो आधार लेवामां आव्यो हतो. आसो वदी १० मंगळवारे श्री रतीलालभाई
गांठाणीना नवा मकानमां वास्तु उत्सव निमित्ते पू. गुरुदेवनुं भव्य मंडपमां प्रवचन थयेलुं.
१४ मी वार श्री समयसारजी शास्त्र उपर प्रवचनो शरू थया तेनाउल्लासमां श्री कमळाबेन
पुरणचंद गोदीका जयपुरवाळाए चौद हजार रूपिया ज्ञान प्रचार वगेरे खाताओमां जाहेर कर्या हता.
आ वर्षे जोरावरनगर तथा मुंबईमां नवीन जिनमंदिर निर्माण थायछे तेनो जिनेन्द्र
पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव थवानो छे, दहेगाम (अमदावाद) मां नवीन जिनमंदिरमां जिनेन्द्रवेदी
प्रतिष्ठा महोत्सव थवानो छे, तथा उत्तर भारतमां पण बे शहेरोमां खास धार्मिक उत्सव थवानो छे
अने ए निमित्ते पू. गुरुदेवश्रीनो विहार थवानो छे. ए माटे उमराळा, बोटाद, राणपुर, लींबडी,
वढवाण, वांकानेर, मोरबी, सुरेन्द्रनगर, जोरावरनगर, राजकोट, गोंडळ, जेतपुर, वडीया, लाठी,
अमदावाद, दहेगाम, मुंबई वगेरे शहेरोमांथी पू. गुरुदेवने पोताना शहेरमां पधारवा विनंती करवा
माटे त्यांना भाईओ घणी मोटी संख्यामां आव्या हता.
पूज्यगुरुदेवनो पुनित विहार पोष मासमां थशे तेनो कार्यक्रम नक्की थये जणाववामां आवशे.
मुंबईना मुमुक्षु भाईओने घणो ज उत्साह छे. ने ते खास मोटी संख्या सहित मुमुक्षु मंडळना प्रमुख
श्री मणिभाई जे. शेठ तथा श्री नवनीतभाई सी. झवेरी वगेरे आव्याहता. त्यां दादर विभागमां श्री
कहाननगर सोसायटीमां भव्य जिनालय तथा श्री समवसरण जिनमंदिर तैयार थई रह्युं छे. तेमां
जिनेन्द्रपंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव सं. २०१९ना चैद वद ८ नारोज छे तथा दहेगामनां
नूतनजिनमंदिरमां वेदी प्रतिष्ठानो महोत्सव माह वदी प ना रोज छे.
ता. २४–१०–६२ श्री दीपचंदजी शेठिया आदि (सरदार शहेर) तथा श्री शोभाचंदजी
(रतनगढ) पू. गुरुदेवना दर्शनार्थे आव्या छे.