अमारा सौभाग्य के आजे
अमारा आंगणे गुरुदेवनो
जन्मोत्सव उजवाई रह्यो छे.
आजे अमारे रांकने त्यां रत्न
सांपड्युं छे. तीर्थंकर
भगवाननी दिव्यध्वनिनो
सन्देश देनार महापुरुष आजे
अमारा आंगणे पधार्या छे,
तेथी जाणे के भगवाननुं
समवसरण ज अमारे त्यां
आव्युं होय– एवो अमने
जीव पोताना हितने माटे आ वात अंतरमां ऊतारीने ज्ञानस्वभावी
आत्मानो निर्णय करे छे. पर तरफनो उत्साह जेने ओसरी गयो छे, राग
तरफनो उत्साह पण ओसरी गयो छे, ने ज्ञानस्वभाव तरफना उत्साहनी
जेने भरती आवे छे–एवा जीवना अंतरमां आ वात ऊतरी जाय छे–
एटले के तेने शुद्धात्मानी अनुभूति थाय छे.