ब्रह्मचर्यप्रतिज्ञा अंगीकार करी छे. आ प्रसंग आनंदनो वैराग्यनो अने शासननी शोभानो छे. आठ
बहेनो नीचे मुजब छे.
(१) वीणा बहेन (उ. व. २१ सीताबचंदजी हीरालालजीनी सुपुत्री... ... खंडवा
(२) सुबोधिनी बहेन (
(४) कोकिलाबेन (
(७) रंजनबेन (उ. व. २४ धीरजलाल कस्तुरचंद झोबाळिआना सुपुत्री... नागनेश
(८) शारदाबेन (
आ आठेय बहेनो अनेक वर्षथी पू. गुरुदेवना अध्यात्मरसझरता उपदेशनो लाभ लईने
पोषण करे छे; आत्मकल्याणनी भावना प्रबळ थतां तेमने एम थयुं के आपणुं जीवन संतोनी छायामां
आत्महित साधवाना प्रयत्नमां ज वीते... आवी उत्तम भावनापूर्वक पोतानुं सारूंये जीवन तेओए
सत्समागमे अर्पण कर्युं ने नानी उंमरमां आजीवन ब्रह्मचर्यनी दीक्षा लीधी... ते प्रशंसनीय कार्य बदल
बधा बहेनोने धन्यवाद! आ कार्यमां अनुमति आपवा माटे बधा बहेनोना माता–पिता अने
वडीलोने पण धन्यवाद. अमारा साधर्मी बहेनो आजे जीवनना नुतनपंथे प्रयाण करवा जे पगलुं भरी
रह्या छे... आत्महितना जे उत्तमध्येयपूर्वक मंगलमार्गे