Atmadharma magazine - Ank 239
(Year 20 - Vir Nirvana Samvat 2489, A.D. 1963)
(Devanagari transliteration).

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ब्र ह्म च र्य नी
दी क्षा
एक साथे ८ कुमारिका बहेनोए लीधेली ब्रह्मचर्य प्रतिज्ञा
अमारा साधर्मीओने त्रीजी वखत महान समाचार देतां अत्यंत हर्ष थाय छे के आ भादरवा
सुद एकम ने मंगळवारना शुभदिने एक साथे आठ कुमारिका बहेनोए पू. गुरुदेवसमक्ष
ब्रह्मचर्यप्रतिज्ञा अंगीकार करी छे. आ प्रसंग आनंदनो वैराग्यनो अने शासननी शोभानो छे. आठ
बहेनो नीचे मुजब छे.

(१) वीणा बहेन (उ. व. २१ सीताबचंदजी हीरालालजीनी सुपुत्री... ... खंडवा
(२) सुबोधिनी बहेन (
B. A. B. T.) उ. व. २३ हुकमीचंदजी धन्नालालजीनी सुपुत्री खंडवा
(३) ताराबहेन (उ. व. २३ भूपतराय जेचंद दोशीना सुपुत्री... ... अमरापुर
(४) कोकिलाबेन (
B. A. उ. व. २४ अनुपचंद मूळजीभाई खाराना सुपुत्री)... रांची
(प) निर्मळाबेन (उ. व. २१ पोपटलाल छगनलालनी सुपुत्री... ... जलगांव
(७) रंजनबेन (उ. व. २४ धीरजलाल कस्तुरचंद झोबाळिआना सुपुत्री... नागनेश
(८) शारदाबेन (
B. A उ. व. २७ जयसुखलाल पोपटलाल संघवीना सुपुत्री राजकोट

आ आठेय बहेनो अनेक वर्षथी पू. गुरुदेवना अध्यात्मरसझरता उपदेशनो लाभ लईने
सत्समागमे तत्त्वनो अभ्यास करे छे, अने पू. बेनश्री–बेननी वात्सल्यभरी छायामां ज्ञान–वैराग्यनुं
पोषण करे छे; आत्मकल्याणनी भावना प्रबळ थतां तेमने एम थयुं के आपणुं जीवन संतोनी छायामां
आत्महित साधवाना प्रयत्नमां ज वीते... आवी उत्तम भावनापूर्वक पोतानुं सारूंये जीवन तेओए
सत्समागमे अर्पण कर्युं ने नानी उंमरमां आजीवन ब्रह्मचर्यनी दीक्षा लीधी... ते प्रशंसनीय कार्य बदल
बधा बहेनोने धन्यवाद! आ कार्यमां अनुमति आपवा माटे बधा बहेनोना माता–पिता अने
वडीलोने पण धन्यवाद. अमारा साधर्मी बहेनो आजे जीवनना नुतनपंथे प्रयाण करवा जे पगलुं भरी
रह्या छे... आत्महितना जे उत्तमध्येयपूर्वक मंगलमार्गे