लडाईमां जतां रोके छे
माता कहे छे: अरे
ताना टाणे तुं स्त्रीना
ए सांभळतावेंत
वीरतापूर्वक विजय
रजपूत मारंमार घोडे
सिद्धांत समजवा माटे आ अंकमां छठ्ठा–सातमा पाने प्रसिद्ध थयेल लेख वांचो.
Atmadharma magazine - Ank 245
(Year 21 - Vir Nirvana Samvat 2490, A.D. 1964)
(Devanagari transliteration).
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