Atmadharma magazine - Ank 247
(Year 21 - Vir Nirvana Samvat 2490, A.D. 1964)
(Devanagari transliteration).

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श्री कानजीस्वामी–हीरकजयंती–अभिनंदन–अंक
ः ३४ः वैशाख सुद २
आपणो भारतदेश
(अहीं आपेला प्रश्नोत्तरद्वारा आपणा भारतदेशनी केटलीक
विशेषता जाणीने जिज्ञासुओने आनंद थशे)
प्रश्नः–भारतदेशना तीर्थोमां मुख्य तीर्थ कयुं?
उत्तरः–श्री सम्मेदशिखरजी तीर्थधाम ते भारतनुं मुख्य तीर्थ छे, ते शाश्वत
निर्वाणधाम छे ने वर्तमान २४मांथी २० तीर्थंकरो त्यांथी मोक्ष पाम्या छे.
प्रश्नः–भारतदेशमां अत्यारे मुख्य प्रतिमा कइ?
उत्तरः–दक्षिण भारतमां श्रवणबेलगोलमां चंद्रगिरिपर्वत उपर स्थित बाहुबली
भगवानना प्रतिमाजी अत्यारे भारतमां सौथी मुख्य छे, ते प६ फूट
ऊंचा छे, चैतन्यसाधनामां लीन परम अद्भुत तेनो देदार छे....विश्वनी
एक अजायबी छे. कहानगुरु एने जोईने अति प्रसन्न थया छे.
प्रश्नः–भारतदेशमां जैनोनी मुख्य नगरी कइ,–के ज्यां दि.जैनधर्मना सौथी वधु
मंदिर होय?
उत्तरः–भारतदेशमां जयपुरनगरीमां सौथी वधु जिनमंदिरो छे, अहीं २००
जेटला दि.जिनमंदिरो छे, त्रीस हजार जेटली दि. जैनोनी वसती छे. आ
जयपुरनगरी भारतमां जैनोनी मुख्य नगरी छे.
प्रश्नः–भारतमां अत्यारे कया पर्वत उपर सौथी वधु दि. जिनमंदिरो छे?
उत्तरः–उत्तर भारतमां सोनागिरिपर्वत उपर हाल सौथी वधु दि. जिनमंदिरो छे.
आ पर्वत अंग–अनंग मुनिओनुं सिद्धक्षेत्र छे, ने तेना उपर ७७
जिनमंदिरो छे, ते बधा ज दिगंबर जैनोना छे.