जेनाथी जीवोने शांति प्राप्त थइ शके एवी महान
क्रांति अध्यात्मज्ञान वडे ज थई शके. राष्ट्रपति के महा
अमात्य जेवुं मोटुं पद पामवा छतां जे जीवो शांति
नथी पामी शकता, ने शांति अध्यात्मज्ञान वडे सहज
मात्रमां जीव पामी शके छे. एवा अध्यात्मज्ञान वडे
पू. श्री कानजीस्वामी आजे भारतनुं नवसर्जन करी
रह्या छे. हीरक जयंती प्रसंगे आपणे तेमने परम
भक्तिथी अभिनंदीए....अने ज्ञानप्रकाश वडे
आपणा जीवननुं तेओ नवसर्जन करे–एम प्रार्थना
करीए छीए.....