Atmadharma magazine - Ank 259
(Year 22 - Vir Nirvana Samvat 2491, A.D. 1965)
(Devanagari transliteration).

< Previous Page   Next Page >


PDF/HTML Page 3 of 89

background image
मीठां लागे छे गुरु–जन्मनां वधामणां
(वैशाख सुद २ वीर सं. २४९१ : ७६मो मंगल जन्मोत्सव)
हे गुरुदेव! आजना मंगल दिनना मंगल प्रभाते लाखलाख अभिनंदनपूर्वक
भारतना भक्तो आपने वंदन करे छे. मुमुक्षुओना जीवनमां आपनो परम उपकार छे.
जैनजगतना आप तेजस्वी भानु छो... ज्ञानकिरणोना प्रकाश वडे आप मोक्षमार्गने
प्रकाशित करी रह्या छो... जे मार्गने जाणतां अने आराधतां आत्मा भवबंधनथी छूटे ने
मोक्षसुखने प्राप्त करे. – आवा मार्गप्रकाशक आप जयवंत वर्तो.