गुण छे. ‘आकाश’ ना बे भेद छे. ते अरूपीद्रव्य छे तेनामां अवगाहनहेतुत्व नामनो
विशेषगुण छे. ‘काळद्रव्य’ स्वयं परिणमता छद्रव्योने परिणमवामां निमित्त बने छे.
तेनामां परिणमनहेतुत्व नामनो विशेषगुण छे. ते पण अरूपीद्रव्य छे.
हो! (आ भावना बाळपोथीमां छे, एटले अहीं नहि छपाय.)
विषे लखी मोकलुं छुं.
२ बे कहे छे के स्व–पर बंनेनुं भेदविज्ञान कर.
३ त्रण कहे छे के सम्यग्दर्शन–ज्ञान–चारित्र त्रणने प्राप्त कर.
४ चार कहे छे के अनंत ज्ञान–दर्शन–सुख–बळ ए चार प्रगट कर.
प पांच कहे छे के पंचाचारनुं पालन करी मोक्षने पाम.
६ छ कहे छे के छ द्रव्यनुं स्वरूप जाण.
७ सात कहे छे के साततत्त्वनुं स्वरूप जाणीने सात प्रकृतिनो क्षय कर.
८ आठ कहे छे के सिद्धना आठ गुण प्रगट कर.
९ नव कहे छे के नव पदार्थने ओळखीने नवलब्धि प्रगट कर.
१० दश कहे छे के दशधर्मने धारण करीने आत्मानुं ध्यान धर.