Atmadharma magazine - Ank 273a
(Year 23 - Vir Nirvana Samvat 2492, A.D. 1966)
(Devanagari transliteration).

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जयपुरना सुप्रद्धि अध्यात्मपंडित श्री टोडरमल्लजीए रचेला सुप्रसिद्ध श्री
मोक्षमार्ग प्रकाशकनी तेमना हस्ताक्षरमां लखायेली मूळ प्रतनुं मंगलाचरणनुं पहेलुं
पानुं अहीं छापेल छे.
“ नम: सिद्धं.अथ मोक्षमार्ग प्रकाशक नाम शास्त्र लिख्यते.दोहा.
मंगलमय मंगलकरण वीतरागविज्ञाननमों ताहि जातें भये, अरहंतादि महान।। ।।