: जेठ: २४९३ आत्मधर्म : ३प :
अमे जिनवरनां संतान (बालविभागना नवा सभ्यो)
१८२६ मैनाकुमारी उग्रसेनजी जैन उदयपुर १८४९ पंकजकुमार मनुभाई जैन सायन(ई.)
१८२७ मृदुलाबेन रसिकलाल जैन घाटकोपर १८प० अश्विनकुमार अंबालाल जैन वींछीया
१८२८ प्रकाश रसिकलाल जैन घाटकोपर १८प१ वसंतकुमार ताराचंद जैन तलोद
१८२९ हर्षाबेन रसिकलाल जैन घाटकोपर १८प२ मीनाक्षीबेन डाह्यालाल जैन राजकोट
१८३० हरीश रसिकलाल जैन घाटकोपर १८प३ हरेशकुमार डाह्यालाल जैन राजकोट
१८३१ रसिकलाल बाबुलाल जैन उमराळा १८प४ नीलाबेन डाह्यालाल जैन राजकोट
१८३२ पुष्पाबेन मणीलाल जैन भावनगर १८पप कीर्तिकुमार चीमनलाल जैन मुंबई–२
१८३३ विपुल चीमनलाल जैन घाटकोपर १८प६ जंबुकुमार वृजलाल जैन कलोक
१८३४ मनीषा बळवंतराय जैन मुंबई–३ १८प७ सुरेन्द्रकुमार हीरालाल जैन भावनगर
१८३प धीरेन्द्रकुमार सी. जैन बोरीवली १८प८ हिमांशुकुमार एम जैन भावनगर
१८३६ रजनीकान्त अमीचंद जैन अंधेरी १८प९ भरतकुमार पी. जैन इंदोर
१८३७ रश्मि शांतिलाल जैन सायन १८६० कलाबेन विनोदचंद्र जैन मुंबई–४
१८३८ बाबुलाल वीरजीभाई जैन अमदावाद १८६१ प्रवीणचंद्र रतिलाल जैन मोरबी
१८३९ भीखालाल देवराजभाई जैन अमदावाद १८६२ कुमुदबेन भीखालाल जैन मुंबई–४
१८४० उर्मिलाबेन बाबुलाल जैन सलाल १८६३ सरोजबेन भीखाभाई जैन मुंबई–४
१८४१ जसवंत बाबुलाल जैन सलाल १८६४ भरतकुमार कांतिलाल जैन नाशीक
१८४२ हितेन्द्र बाबुलाल जैन सलाल १८६प संजयकुमार कांतिलाल जैन नाशीक
१८४३ रमेशचंद्र प्राणलाल जैन वींछीया १८६६ चेतनाबेन कांतिलाल जैन नाशीक
१८४४ मुकुंदराय गीरधरलाल जैन सुरेन्द्रनगर १८६७ भावना कांतिलाल जैन नाशीक
१८४प अवंतीकाबेन मगनलाल जैन आमोद १८६८ किर्ती कांतिलाल जैन नाशीक
१८४६ देवेन्द्रकुमार सुखलाल जैन कलकत्ता १८६९ प्रफुल्लकुमार त्रंबकलाल जैन कलकत्ता
अहो, आत्मानो सुखस्वभाव सांभळे, तेना विचार–मनन करे ने तेनो महिमा
लावी अंदर ऊतरे, तो जगतनी कोई चिन्ता के आकुळता क्यां छे? सुखमां बीजी
चिन्ता केवी? सुखस्वभावी आत्माना चिंतनथी परम आनंद प्रगटे छे. सर्वज्ञना महा
आनंदनी तो शी वात! आवा आनंदस्वभावने भूलीने परनी चिन्तामां जीव वळग्यो
छे, तेथी दुःखी छे. स्वभावमां जुए तो एकलुं सुख–सुख ने सुख ज भर्युं छे.