Atmadharma magazine - Ank 285
(Year 24 - Vir Nirvana Samvat 2493, A.D. 1967)
(Devanagari transliteration).

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: अषाड : २४९३ आत्मधर्म : १९ :
जाण्यो ज नथी. शुद्ध ज्ञाननो अनुभव ते ज एक परमार्थ मोक्षमार्ग छे, बीजो कोई
साचो मोक्षमार्ग नथी.
*
[२४८२ श्रावण सुद चोथ]
आत्मानो अनुभव ज मोक्षनुं कारण छे, ए सिवाय व्रतना के लिंगना विकल्पो
ते मोक्षनुं कारण नथी–ए वात चाले छे.
दिगंबरलिंग ते तो शरीरनी दशा छे, ने शरीर ते तो भव छे–संसार छे; देह
धारण करवो पडे ते संसार छे; तो ते देहाश्रितलिंग मोक्षनुं कारण केम थाय? अज्ञानी
तो कहे छे के आ शरीर ते मोक्षनुं कारण छे–दिगंबरदशारूप लिंग ते मोक्षनुं कारण छे.
अहीं तो पूज्यपादस्वामी कहे छे के देह ते तो संसारनुं निमित्त छे, मोक्षनुं कारण तो
आत्मा छे, देह कांई मोक्षनुं कारण नथी. शरीर तो भवनी मूर्ति छे, देहनुं लक्ष तो मोक्ष
जतां रोके छे.
अज्ञानी कहे छे के देह निमित्त तो छे ने?–तो अहीं कहे छे के हा, देह निमित्त छे
–पण कोनुं? के संसारनुं. शरीरनी दशा मने मोक्षनुं कारण थशे एम जे माने छे ते जीव
संसारथी छूटतो नथी. अहीं तो ‘देह ते तो भव छे,–शरीर ज आत्मानो संसार छे’ एम
कहीने आचार्यदेव देहने मोक्षना निमित्तपणामांथी पण काढी नांखे छे, देह तो संसारनुं
ज निमित्त छे. केमके जे अज्ञानी जीव देहनी क्रियाने पोतानी माने छे तेने तो देह
उपरनी द्रष्टिथी संसार ज थाय छे, तेथी तेने तो शरीर ते संसारनुं ज निमित्त थयुं,
मोक्षनुं निमित्त तेने न थयुं. देहथी भिन्न आत्माना चिदानंद स्वभावने जाणीने, तेमां
एकाग्रतावडे जेओ रत्नत्रयने आराधे छे तेओ ज मुक्ति पामे छे. अने तेमने माटे
शरीरने मोक्षनुं निमित्त कहेवाय. जुओ खुबी! देहनुं लक्ष छोडीने आत्माने मोक्षनुं
साधन बनावे तेने देह मोक्षनुं निमित्त कहेवाय, अने देहने ज जे मोक्षनुं साधन मानीने
अटके छे तेने तो देह संसारनुं निमित्त छे.
मुनिदशामां दिगंबरदशारूप लिंग ज निमित्तपणे होय ने वस्त्रादि न होय–एवो
नियम छे, छतां ते निमित्त ज मोक्षनुं कारण थशे–एम माननार मिथ्याद्रष्टिने तो ते
शरीरना आश्रये संसार ज थाय छे. अज्ञानी कहे छे के शरीरथी मोक्ष थाय! अहीं कहे छे
के शरीर ते ज भव छे–संसार छे. जेने ज्ञानानंद चैतन्यतत्त्वनुं भान नथी ने देहना लक्षे
रोकाया छे तेओ संसारमां ज रखडे छे. व्रतना विकल्पो मोक्षनुं कारण नथी, ने शरीरनो
दिगंबरभेख ते पण मोक्षनुं कारण नथी.
प्रश्न:– तो पछी मुनिदशामां वस्त्र होय तो वांधों नहि ने?