Atmadharma magazine - Ank 286
(Year 24 - Vir Nirvana Samvat 2493, A.D. 1967)
(Devanagari transliteration).

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: र : आत्मधर्म: ब्रह्मचर्य–अंक (चोथो) : श्रावण : २४९३
नवकुमारिका बहेनोए ग्रहण करेल
अमारा साधर्मीओने आ चोथीवार आनंद–समाचार
आपतां हर्ष थाय छे के–श्रावण वद एकम ने रविवारना रोज
सोनगढमां पू. गुरुदेवनी मंगलछायामां एकसाथे नीचेना नव
कुमारिका बहेनोए आजीवन ब्रह्मचर्यनी प्रतिज्ञा अंगीकार करी छे:–
(१) ईन्दिराबेन (वर्ष: ३० नवलचंद खीमचंदना सुपुत्री) मोरबी
(२) हंसाबेन (B. Sc. वर्ष २प केशवलाल महीजीभाईना
सुपुत्री) जलगांव
(३) सुरेखाबेन (वर्ष: २३ केशवलाल महीजीभाईना सुपुत्री) जलगांव
(४) रमाबेन (वर्ष: २३ मोतीलाल सुंदरजीना सुपुत्री) दादर–मुंबई
(प) मैनाबेन (वर्ष: २२ खेमराज कंवरलालना सुपुत्री) खैरागढ
(६) सुशीलाबेन (वर्ष: २३ नत्थुसा बालचंदसाना सुपुत्री) मलकापुर
(७) निर्मळाबेन (वर्ष: २४ रतनलालसा पन्नालालसाना सुपुत्री) मलकापुर
(८) विमलाबेन (वर्ष: २३ पुनमचंदसा भिकुसाना सुपुत्री) मलकापुर
(९) विमलाबेन (वर्ष: २२ लालचंदजी जैन सिंघईना सुपुत्री) जबलपुर
आ नवे बहेनो सुशिक्षित खानदान कुटुंबना छे, बालब्रह्मचारी छे, अने लांबा
समयथी सोनगढमां रहीने गुरुदेवना उपदेशथी तेमज पू. बेनश्री–बेननी मंगलछायामां
तत्त्वज्ञाननो अभ्यास तथा वैराग्यनुं सींचन कर्युं छे. ज्यारथी बहेनोनुं ब्रह्मचर्यप्रतिज्ञा
लेवानुं नक्की थयुं त्यारथी ज सोनगढमां उल्लासभर्या उत्सवनुं वातावरण छवाई गयुं हतुं.
श्रावण वद एकमनी सवारमां, ब्रह्मचर्य–प्रतिज्ञा लेनारा बहेनो तरफथी
जिनमंदिरमां समूहपूजन थयुं हतुं. त्यारबाद ब्रह्मचारी बहेनोना हाथमां
जिनवाणीसहित जुलूस नीकळ्‌युं हतुं, ने गाममां फरीने प्रवचन–मंडपमां आव्युं हतुं.
पछी लगभग