Atmadharma magazine - Ank 286
(Year 24 - Vir Nirvana Samvat 2493, A.D. 1967)
(Devanagari transliteration).

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यह जीवन तुमसा जीवन हो
Photo: Poonam Sheth



पू. बेनश्री–बेननी मंगलछायामां वसतां मुमुक्षुओ अंतरनी
उर्मिथी कहे छे के हे धर्ममाता! आप ज अमारी साची माता छो.
माता करतां पण वधु हेतथी दिनरात आप अमारा हितनी संभाळ
राखी रह्या छो. ज्ञान–वैराग्यनो सन्मार्ग बतावीने एवा जीवनना
संस्कारोनुं सींचन करीने आप अमारा उपर महान उपकार करी
रह्या छो...हे माता! आपनुं जीवन एक आदर्श जीवन छे; तेथी अमे
एवी भावना भावीए छीए के
यह जीवन तुमसा जीवन हो।