
(२) आत्मानो तारणहार कोण?–तेनुं द्रष्टांत शुं?
(३) तीर्थंकरोनो मार्ग बतावनारी त्रण गाथा गुरुदेवने अत्यंत प्रिय छे, ते कई?
(४) आपणने कोना जेवा थवानुं गमे?
(प) साचुं
(७) उमराळानगरीना उजमबा–स्वाध्याय गृहनी दीवाल पर शुं लख्युं छे?
(८) मोक्षने माटे एक महान राजानी सेवा करवानुं कह्युं छे, ते क्या राजा?
(९) एक छोकराने सीनेमा जोवा जवुं हतुं पण ते न गयो,–शा माटे?
(१०) गतांकना एक भाववाही चित्रमां चारगतिनां दुःखथी छूटीने मोक्षसुख
मुनिओ जई रह्या छे. तो ते चित्रमां बधा मळीने केटला मुनि छे?
आराध्य जीवो झाझा, केमके जगतमां आराधक जीवो तो असंख्याता छे, ने
जीवोनी संख्या अनंतगुणी छे.
पंचपरमेष्ठीमां सिद्ध भगवंतो सौथी वधु छे. सिद्ध भगवंतो अनंता छे. अरिहंत