: ३८ : आत्मधर्म : पोष : २४९प
जैन बाळपोथी मंगावो......शीखो......ने परीक्षा आपो
वंदन अमारां प्रभुजी तमने........
वंदन अमारां गुरुजी तमने.........
वंदन अमारां सिद्ध प्रभुने..........
वंदन अमारां अरिहंत देवने......
वंदन अमारां सौ मुनिराजने......
वंदन अमारां धर्म–शास्त्रोने.......
वंदन अमारां बधा ज्ञानीने.......
वंदन अमारां चैतन्य देवने.....
वंदन अमारां आत्मस्वभावने......
वंदन अमारां आत्म–
भगवानने......
(गतांकमां जैनबाळपोथीना ७ पाठमांथी ३० प्रश्नो आप्या हता, ते तमे शीख्या
हशो, बीजा प्रश्नो अहीं आप्यां छे, ते पण शीखजो...ने पछी परीक्षामां भाग लेजो.
जैनबाळपोथी तमारी पासे न होय तो ता. ३१ जान्युआरी सुधीमां लखवाथी तमने
भेट मोकलीशुं. परीक्षानुं पेपर वैशाख मासमां आपीशुं...त्यांसुधीमां बराबर शीखी ल्यो
ने १०० मार्क मेळवो..........)
(३१) धर्म शेमां थाय? (४२) आपणा गुरु कोण छे?
(३२) धर्म शेनाथी थाय?–शरीरथी के ज्ञानथी? (४३) गुरुना पाठमां एक आचार्यनुं नाम लख्युं छे, ते कोण?
(३३) धर्म एटले शुं? (४४) एक मोटा शास्त्रनुं नाम लखो.
(३४) भगवान थवुं होय तो शुं करवुं? (४प) शास्त्र आपणने शुं समजावे छे?
(३प) भगवानने शुं होय? ने शुं न होय? (४६) ज्ञान शास्त्रमां होय के जीवमां?
(३६) भगवान कांई खाय? (४७) तमे कदी समयसारशास्त्र हाथमां लईने जोयुं छे
(३७) अरिहंत अने सिद्धमां शुं फेर? (४८) शास्त्र कोने कहेवाय? ने कुशास्त्र कोने कहेवाय?
(३८)महावीरभगवान अत्यारे सिद्ध छे के अरिहंत? (४९) समयसार शास्त्र कोणे रच्युं छे?
(३९) अत्यारे अरिहंत होय ते भगवाननुं नाम शुं? (प०) एक माता बाळकने माटे केवुं हालरडुं गाय छे?
(४०) ‘नमस्कारमंत्र’ लखो (शुद्ध अने सुंदर अक्षरमां (प१) आपणी धार्मिक माता कोण?
(४१) जंगलमां ध्यानमां कोण बेठुं छे? (प२) साची श्रद्धाने शुं कहेवाय?
(प३) सम्यग्दर्शन थाय तेने शुं मळे?