Atmadharma magazine - Ank 308
(Year 26 - Vir Nirvana Samvat 2495, A.D. 1969)
(Devanagari transliteration).

< Previous Page   Next Page >


PDF/HTML Page 11 of 80

background image
: जेठ : २४९प आत्मधर्म : ९ :
परम दिगंबर मुनिराजना अत्यारे दर्शन थाय, कुंदकुंदस्वामी जेवा कोई मुनिराज क्यांकथी
आकाशमार्गे अहीं आवी चडे ने नीचे पधारीने दर्शन आपे–तो केवुं धनभाग्य!!
–आ प्रकारे घणीवार गुरुदेव एकांतमां बेठाबेठा, कोईवार स्वाध्यायमंदिरना
चोकमां झाडनी छायामां अध्यात्म–चिंतनमां मशगुल बनी जता होय छे....ए वखतनुं
एमनी मुद्रानुं द्रश्य खूब ज अध्यात्मप्रेरक होय छे....ने अंदर घोळाता ऊंडा भावो
कोईकवार सांभळवा मळे छे त्यारे आत्मार्थि जीवो न्याल थई जाय छे.
“सुवर्ण सन्देश” साप्ताहिक
२०१६ ना आसो वद अमासे आ साप्ताहिक शरू थयुं, तेना द्वारा जिज्ञासुओने
सोनगढना ताजा समाचार अने प्रवचनोनुं दोहन नियमित मळ्‌या करता; सर्वे
जिज्ञासुओमां ते खूब प्रिय हतुं. सं. २०१८ ना चैत्र मास सुधी तेनुं प्रकाशन चाल्युं.
२०१७ना पोषमां कोंग्रेस महासभानुं अधिवेशन भावनगर मुकामे थयेल, त्यां
आवेला अनेक नेताओ, कार्यकरो ने प्रेक्षको मोटी संख्यामां सोनगढ पण आव्या हता.
अधिवेशनना भरचक कार्यक्रममांथी पण समय मेळवीने ढेबरभाई जेवा आगेवान
(भूतपूर्व कोंग्रेसप्रमुख) पण सोनगढ आवीने गुरुदेव साथे एक कलाक तत्त्वचर्चा करी
हती. ढेबरभाई गुरुदेव प्रत्ये खास प्रेम धरावे छे ने अवारनवार सोनगढ आवीने
(तेम ज बीजे ज्यां अवकाश मळे त्यां) तेओ गुरुदेवना सत्संगनो लाभ ल्ये छे.
२०१७मां जिनबिंब–प्रतिष्ठा अने गिरनारयात्रा
सं. २०१७ मां फरी पाछो विहार आव्यो....जो के वारंवार थतो विहार
सोनगढवासी भक्तोने विरहदाता लागे.....परंतु भारतमां प्रसरता गुरुदेवना
प्रभावनाना वेगने कोण रोकी शके? जामनगरमां पंचकल्याणक प्रतिष्ठा, सावरकुंडला
वेदीप्रतिष्ठा अने गिरनार सिद्धिधामनी यात्रा–आवा मंगळप्रसंगो निमित्ते पोष
मासमां गुरुदेवे विहार कर्यो.
जामनगरमां लगभग बे लाखना खर्चे तैयार थयेल भव्य जिनमंदिरमां
पंचकल्याणक प्रतिष्ठानो महोत्सव माहमासमां घणाज उल्लासथी ऊजवायो. सौराष्ट्रनो
आ महोत्सव अतीव प्रभावशाळी हतो. दिल्ही, जयपुर, कलकत्ता वगेरे अनेक स्थळो
उपरांत आफ्रिका वसता केटलाय जिज्ञासुओ पण खास आ उत्सवमां भाग लेवा