
उत्तर:– जीवादि पांच द्रव्योनां समूहनुं ज्यां अवलोकन थाय तेटलुं लोकाकाश छे,
उत्तर:– अंधारुं के अजवाळुं कांई पण न होय, केमके ते अरूपी छे. अंधारुं ने
उत्तर:– ना, त्यां जई न शकीए; पण अहीं बेठाबेठा केवळज्ञानवडे तेने जाणी
नीचेनी हकीकत उपरथी भगवाननुं साचुं स्वरूप तमे विचारजो–
(१) एक जीव त्रिशुल, बाण, सुदर्शनचक्र वगेरे हाथमां धारण करे छे;
बीजा जीव कोईपण शस्त्रने धारण करता नथी;
–तो तेमां साचा देव कोण?
(२) एक जीव भक्तो उपर राग करे छे, दुश्मनो उपर द्वेष करीने तेने मारे छे;
बीजा जीव भक्तो उपर राग नथी करता, के निंदा करनार उपर द्वेष नथी करता,
–तो तेमां साचा वीतरागदेव कोण?
(३) एक जीव वस्त्र–हार–मुगट वगेरे शणगार पहेरे छे,
बीजा जीवने वस्त्र–मुगट–वगेरे कांई शणगार नथी;
–तो तेमां साचा देव कोण?