Atmadharma magazine - Ank 319
(Year 27 - Vir Nirvana Samvat 2496, A.D. 1970)
(Devanagari transliteration).

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* नवीन जैनबाळपोथीनुं प्रकाशन *
वैशाख सुद पांचमने दिवसे सोनगढमां प्रमुखश्री
नवनीतलालभाई झवेरी गुरुदेवने अभिनंदनपूर्वक
नवीन जैनबाळपोथी समर्पण करी रह्या छे. –––

ब्र. हरिलाल जैन द्वारा लखायेली आ नवीन
जैनबाळपोथी (बीजो भाग) हिंदी–गुजरातीमां
वीसहजार नकल छपायेल छे, ने ‘आत्मधर्म’ वगेरेना
ग्राहकोने भेट आपवामां आवनार छे. सुंदर रंगबेरंगी
प्रीन्टींगमां पुस्तक शोभे छे. पाठशाळाओमां तेम ज
जैनोना घरेघर माटे उपयोगी छे.
(किंमत ४० पैसा)