Atmadharma magazine - Ank 348
(Year 29 - Vir Nirvana Samvat 2498, A.D. 1972)
(Devanagari transliteration).

< Previous Page   Next Page >


PDF/HTML Page 29 of 53

background image
: २६ : आत्मधर्म : आसो: २४९८
पोतानां मानतो नथी, तेनुं लक्ष त्यांथी खसी जाय छे अने चेतनारूप आत्मानुं लक्ष करे
छे. कर्म जे जडरूप छे ते मारां केम होई शके? हुं तो चेतन छुं–एम ते निर्णय करे छे.
छेवटे भावकर्म पुण्य–पाप आदिना भावो जे जीवे अज्ञानथी पोताना मान्या
हता तेने पण चैतन्यथी जुदा समजे छे,–अने विकाररहित आत्मतत्त्व पकडवानी तेने
धून लागे छे. विकल्प होवा छतां तेनो निषेध करीने, ज्ञानमां चैतन्यज्ञायक आत्माने
लक्षमां लई तेना अनुभवनो उद्यम करे छे.....हुं विज्ञानघनस्वरूप आत्मा, विकल्परहित
केवो छुं–ते तरफ ज्ञानने सन्मुख करवा उद्यम करे छे.
हुं तो चैतन्यचमत्काररूप छुं, एटले के स्वपरने जाणनारो छु; हुं मने पोताने
जाणतां परने जाणी लउं तेवो चमत्कारिक छुं;–आम अंदर ने अंदर ऊतरतो जाय छे
अने विकल्परहित आत्मानां ज विचारमां लीन रहे छे... तेम तेम चैतन्यनी शांतिनी
तेने झांखी थती जाय छे ने विश्वास आवे छे के शांतिनो कोई अगाधसमुद्र मारामां
ज भर्यो छे.
जे जीव पहेलांं परवस्तुमां अहंबुद्धि करतो हतो ते हवे विचार द्धारा पोताना
चैतन्यपुंजमां अहंबुद्धि करे छे. हुं चिंदानंद छुं, शुद्ध छुं, बुद्ध छुं, आनंदनी खाण छुं,
चैतन्यनुं नूर छुं–तेवा निर्मळ विचारो आव्या करे छे. जडनो के अचेतन विकल्पोनो
मारी शुद्ध अनुभूतिमां प्रवेश नथी, ते तो चैतन्यनी जातथी जुदा छे.
आत्मसन्मुख जीवने निर्विकल्प दशा थया पहेलांं, आत्मानी एवी धून चडे छे के
सूक्ष्म विकल्पो पण एने भाररूप लाग्या करे छे, ने चेतनाने तेनाथी पण जुदी करीने
अंदर लई जवा मथे छे; तेमां ज तेने सुख देखाय छे. मुमुक्षुने विकल्पथी थाक लागे ने
चैतन्यनी कंईक शांति देखाय त्यारे ज ते निर्विकल्प थईने अंदर जवानो प्रयत्न करेने?
सम्यक्दर्शन प्रगट करनार जीव पहेलांं तो ज्ञानस्वभावी आत्मानो निर्णय करे
छे. ज्ञानस्वभावी आत्मानो निर्णय ते विकल्पवडे नहि परंतु ज्ञानवडे ज करे छे. ते
आत्मार्थनी सिद्धिमां बाधक तेवा परिणामोने उग्रपणे छोडे छे. तेने बस! एक
आत्मानो रस पीवानी ज धगश लागी छे. तेने आत्मस्वरूप केवुं छे? ते समजवानी ज
लगन लागी छे. तेने एम थाय छे के अहा, ज्ञानीओ जेनां आटला वखाण करे छे ते
आत्मद्रव्य केवुं छे? ते फरी फरीने अंदर मंथन करी करीने पोताना आत्मा