
उपदेशनुं साचुं रहस्य आपणने समजाय छे, अने जेमना
मंगलप्रभावे जिनशासनना धर्मचक्रनो प्रभाव सर्वत्र
गाजी रह्यो छे–एवा पू. श्री कहानगुरुदेव द्वारा थती
जिनशासननी मंगल–प्रभावना जयवंत वर्तो.
Atmadharma magazine - Ank 380
(Year 32 - Vir Nirvana Samvat 2501, A.D. 1975)
(Devanagari transliteration).
PDF/HTML Page 4 of 45