Atmadharma magazine - Ank 384
(Year 32 - Vir Nirvana Samvat 2501, A.D. 1975)
(Devanagari transliteration).

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: आसो : २५०१ आत्मधर्म : ३७ :
भगवान देशभूषण
कुलभूषण
(श्री राम–लक्ष्मणे देशभूषण–कुलभूषण मुनिवरोनो उपद्रव दूर कर्यो,
ने ते मुनिवरो केवळज्ञान पाम्या....श्रीराम–लक्ष्मणे अद्भुत भक्तिथी तेनो
उत्सव कर्यो. केटलाक वखत बाद ते केवळीभगवंतो अयोध्यापुरीमां पधार्या,
तेमनी पासे भरते दीक्षा लीधी तथा हाथीए श्रावकव्रत लीधां. ते देशभूषण
अने कुलभूषण मुनिवरो सगाभाई हता. ने कुंथलगिरि–सिद्धक्षेत्रथी तेओ
मोक्ष पाम्या छे. जैनपुराणो अनुसार तेमनो जीवनपरिचय अहीं आपीए
छीए.)