दूर करो; केम के नीतिमान प्रभुओनो तो ए धर्म छे के ते
सज्जनोनी रक्षा करे अने दुष्टोनो नाश करे.
कर्म छे, केम के ते कर्मनी कृपाथी मारा आ स्वभाव पर
आवरण पड्युं छे. हवे आ समये अमे बंने आपनी समक्ष
हाजर छीए तो ते दुष्ट कर्मने दूर करो, केम के आप त्रण
लोकना स्वामी छो; अने नीतिज्ञनो धर्म छे के ते सज्जनोनी
रक्षा करे तथा दुष्टोनो नाश करे.
आकाशना स्वरूपनो कांईपण फेरफार करी शकतां नथी, तेम
आधि, व्याधि, जरा, मरण आदि पण मारा स्वरूपनो
कांईपण फेरफार करी शके तेम नथी, केम के ए सर्व शरीरना
विकार छे, जड छे; ज्यारे मारो आत्मा ज्ञानवान अने
शरीरथी भिन्न छे.