Alochana-Gujarati (Devanagari transliteration).

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एक साथे जाणो छो तथा देखो छो, तो हे स्वामिन् ! मारा
एक जन्मना पापोने शुं आप नथी जाणता ? अर्थात्
अवश्यमेव आप जाणो छो; तेथी हुं आत्मनिंदा करतो करतो
आपनी पासे स्वदोषोनुं कथन (आलोचन) करुं छुं; अने ते
केवळ शुद्धि अर्थे ज करुं छुं.
भावार्थ :हे भगवान ! जो आप अनंत भेदसहित
लोक तथा अलोकने एकसाथे जाणो छो अने देखो छो तो
आप मारा समस्त दोषोने पण सारी रीते जाणता ज हो.
वळी हुं आपनी सामे निज दोषोनुं कथन (आलोचन) करुं
छुं. ते केवळ आपने संभळाववा माटे नहि, किंतु शुद्धि अर्थे
ज करुं छुं.
हवे आचार्यदेव भव्य जीवोने तेमना
आत्माने त्रण शल्य रहित राखवानो बोधा आपे
छे :
९. अर्थ :हे प्रभो ! व्यवहार नयनो आश्रय
करनार अथवा मूलगुण तथा उत्तरगुणोने धारण करनार
मारा जेवा मुनिने जे दूषणोनुं संपूर्ण रीते स्मरण छे, ते
दूषणनी शुद्धिअर्थे आलोचना करवाने आपनी सामे
सावधानीपूर्वक बेठो छुं, केम के ज्ञानवान भव्य जीवोए सदा
पोताना हृदय मायाशल्य, निदानशल्य अने मिथ्यात्वशल्य
त्रण शल्य रहित ज राखवा जोईए.
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