Benshreeni Amrut Vani Part 2 Transcripts (Hindi).

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ट्रेक-

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तू वर्तमानमें...

समाधानः- पुरुषार्थ करनेवाले सब साथ ही हैं। गुरुदेवने उसका अर्थ किया है। सबने आराधना की है, सब आराधना करते हैं, अनन्त जीवोंने इस मार्गका आराधन किया है। आत्मा ही आराधने (योग्य है)। साध्य भी वह है और साधकदशा भी वही है। ऐसी साधान अनन्त जीवोंने की है, करते हैं। भविष्यमें करेंगे, भूतकालमें की थी।

... गुरुदेवने मार्ग बताया है। .. स्थिति तो ऐसी है। अन्दर आत्मामें संस्कार पडे हों, वह काममें आते हैं। जो आत्माके संस्कार हों वह साथमें आते हैं। शरीरका तो ऐसा है, वेदनाकी मूर्ति है। कब क्या हो जाय मालूम नहीं। इसलिये आत्माके संस्कार डालने चाहिये। गुरुदेवने जो कहा उस मार्गको ग्रहण करना चाहिये। ऐसे अनन्त जन्म- मरण जीवने कितने किये हैं। किसीको छोडकर स्वयं गया, स्वयंको छोडकर दूसरे चले गये। ऐसा अनन्त कालमें बहुत बार हुआ है। अनन्त बार सब हुआ है। गुरुदेवने यह मार्ग बताया है वही ग्रहण करने जैसा है।

आत्मा शाश्वत है। आत्माको कोई जन्म-मरण नहीं होते। शरीर छूट जाता है, आत्मा तो शाश्वत है। आत्माको भिन्न करके,.. प्रथमसे ही उसे भिन्न कर देना। शरीर छूटे तब तो आत्मा चला जाता है। परन्तु प्रथमसे ही उसका भेदज्ञान कर लेने जैसा है। भिन्न तो पडता ही है, तो प्रथमसे ही आत्मा भिन्न है। ये विभाव भिन्न और ये शरीर तो भिन्न ही है। ये विभाव स्वभाव भी अपना नहीं है। उसका भेदज्ञान करने जैसा है।

अनन्त जन्म-मरण किये, कितने ही। एक-एक द्रव्य, क्षेत्र, काल, भाव ऐसे अनन्त- अनन्त किये। आकाशके एक क्षेत्रमें कितनी बार जन्म-मरण कर चूका। कितने द्रव्य, इस लोकमें जितने थे सबको ग्रहण करके छोडे। ऐसे अनन्त परावर्तन किये, उसमें यह मनुष्यभव मिले, उसमें पंचमकालमें गुरुदेव मिले, वह महाभाग्यकी बात है। उसमें आत्माका कर लेने जैसा है। रुचि करने जैसा है, बारंबार उसीका अभ्यास करने जैसा है। बाहरकी लगन लगी है। लगन अंतरकी लगे तो हो। बारंबार उसे फेरे, बारंबार फेरे। बारंबार उसका अभ्यास करना। अनादिका अभ्यास है इसलिये वहाँ दौडा जाता है। अपनी ओरका अभ्यास दृढ करना चाहिये।

मुमुक्षुः- इसमें प्रयत्न करते हैं तो भी नहीं होता है, उसमें बिना प्रयत्नसे दौडा जाता है।

समाधानः- हाँ, बिना प्रयत्नसे जाता है, अनादिका अभ्यास है न इसलिये। मार्ग गुरुदेवने बताया है। आत्माको भिन्न करके अन्दर श्रद्धा करके, ज्ञान करके वह परिणति प्रगट करने जैसा है।